Pcs Topper Prem Shankar Pandey Success Story: बस कंडक्टर का बेटा बना SDM ! जानिए कौन हैं प्रेम शंकर पांडे? जिन्हें छठवें प्रयास में मिली सफलता
PCS Prem Shankar Pandey Prayagraj
Uppsc परीक्षा 2023 का परिणाम (Pcs 2023 Result Released) जारी कर दिया गया है. प्रयागराज (Prayagraj) में रहने वाले बस कंडक्टर (Bus Conductor) के बेटे प्रेम शंकर पांडे (Prem Shankar Pandey) ने अपनी कड़ी मेहनत के बल पर यह पीसीएस परीक्षा (Pcs Exam) छठवें प्रयास में पास की. यही नहीं वह प्रदेश में सेकेंड टॉपर (Second State Topper) भी रहे. उनकी इस उपलब्धि पर उनके परिजन बेहद खुश हैं.
पहले एयरफोर्स, फिर समीक्षा अधिकारी, अब एसडीएम
जिंदगी में आगे वही इंसान बढ़ता है, जिसके अंदर कुछ करने की ललक होती है. अगर मन में आत्मविश्वास हो, धैर्य हो तो हर कठिन से कठिन मंजिल को पार किया जा सकता है. आज हम ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने पहले 20 साल एयरफोर्स (Airforce) में नौकरी की. सेवानिवृत्त होने के बाद लखनऊ में समीक्षा अधिकारी बन गए. उनका मन तो कुछ और ही था. यूपीपीएससी की परीक्षाएं (Uppsc Exams) देते रहे, सफलता नहीं मिली आखिर छठवें प्रयास में उन्होंने यह मुकाम हासिल कर ही लिया. यही नहीं प्रदेश में दूसरा स्थान भी प्राप्त किया.
कौन हैं प्रेमशंकर पांडे?
पीसीएस परीक्षा 2023 (Pcs Exam 2023) के परिणाम में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) जिले के रहने वाले प्रेम शंकर पांडे (Prem Shankar Pandey) ने प्रदेश में दूसरा स्थान (Second State Topper) प्राप्त किया है. उनकी इस उपलब्धि पर पूरा जिला गौरवांवित हैं. प्रयागराज के स्टेनली रोड बेली निवासी प्रेम शंकर पांडे के पिता नारायण पांडे बस कंडक्टर (Bus Cunductor) के पद से रिटायर हैं. नारायण पांडे के 4 बेटे हैं, प्रेम शंकर तीसरे नम्बर के बेटे हैं. मूलरूप से प्रतापगढ़ में रहने वाले नारायण बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए प्रयागराज में बस गए. प्रेम शंकर पांडे की मां कृष्णा पांडे ने सभी बच्चों को अच्छी परवरिश दी. प्रेम शंकर विवाहित हैं उनकी एक बेटी भी है.
20 साल एयरफोर्स में की नौकरी, करते रहे पीसीएस की पढ़ाई
प्रेम शंकर बचपन से ही पढ़ाई में होनहार थे. इंटर पास करते ही उनकी वर्ष 2001 में एयरफोर्स (Airforce) में सार्जेंट पद पर नौकरी लग गयी. नौकरी के साथ-साथ कानपुर के छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय से उन्होंने बीए और एमए की पढ़ाई की. उनके मन में डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना था. जिसको लेकर नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई जारी रखी. वर्ष 2018 में पहली दफा पीसीएस परीक्षा में शामिल हुए. तबसे अबतक 6 बार परीक्षा में शामिल हुए हैं. दो बार तो इंटरव्यू तक भी पहुंचे. एयरर्फोस में नौकरी का समय खत्म होने वाला था, फिर 2020 में रिटायर हो गए. इसके बाद प्रेमशंकर ने समीक्षा अधिकारी की परीक्षा पास कर ली. वर्तमान में वे लखनऊ स्थित सचिवालय में समीक्षा अधिकारी पद पर तैनात है.
छठवें प्रयास में मिली सफलता, एयरफोर्स का अनुशासन आया काम
प्रेमशंकर का मन तो कुछ और ही करने का था. नौकरी के साथ पढ़ाई जारी करते हुए पीसीएस 2022 (Pcs 2022) की परीक्षा दी, साक्षात्कार (Interview) तक पहुंचे लेकिन फ़ाइनल मेरिट लिस्ट में जगह नहीं बना पाए. प्रेमशंकर ने हार नहीं मानी फिर पीसीएस 2023 परीक्षा (Pcs Exam 2023) दी और अपनी पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए आखिरकार परीक्षा पास की. अबकी बार परीक्षा पास ही नहीं बल्कि प्रदेश में उनका दूसरा स्थान (Second State Topper) रहा.
अब प्रेमशंकर डिप्टी कलेक्टर यानी एसडीएम (Sdm) बन गए हैं. घर में बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ है. प्रेमशंकर ने सफलता का श्रेय अपने परिजनों को दिया. यही नहीं उनका कहना है कि एयरफोर्स का अनुशासन (Discipline Of Airforce) बहुत काम आया. जिसकी बदौलत पीसीएस बनने का सपना पूरा हुआ. आखिरकार वह दिन आ गया जब प्रेमशंकर ने अपने माता-पिता के सपनों को पूरा किया.