uttar pradesh:पंचतत्व में विलीन हुए सूचना अधिकारी वी.एन.पांडेय, सीएम योगी ने व्यक्त किया गहरा शोक
कानपुर देहात के जिला सूचना अधिकारी वी.एन. पांडेय का सोमवार दोपहर अंतिम संस्कार उनके गृह जनपद फ़तेहपुर में हुआ.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री पांडेय के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.पढें पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर..

लखनऊ:कानपुर देहात के जिला सूचना अधिकारी वी.एन पांडेय का रविवार दोपहर अचानक ह्रदयगति रुकने से निधन हो गया था। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गाँव फ़तेहपुर के बहुआ विकास खण्ड के चकसकरन में वैदिक रीति रिवाज़ के साथ हुआ।उनके अंतिम संस्कार में कानपुर देहात के एसडीएम, बीएसए,समेत कई प्रशासनिक अफ़सर व पत्रकार उपस्थित रहे।kanpur dehat news
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी श्री पांडेय के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया।
उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर ने भी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वी.एन.पांडेय जी का निधन सूचना विभाग के लिए अपूर्णीय क्षति है।
कानपुर देहात के जिला अधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए कहा कि पांडेय जी के निधन की ख़बर से व्यक्तिगत रूप से बहुत आहत हुआ हूँ।मेरी उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना है।मैं हमेशा पांडे जी को याद करूंगा और जहां तक संभव होगा उनके परिवार की हर सम्भव मदद करूंगा,मुझे अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं है।
अंतिम संस्कार में जुटी भारी भीड़..
जनपद फ़तेहपुर के रहने वाले वी.एन. पांडेय पूर्व में फ़तेहपुर में भी जिला सूचना अधिकारी के पद पर कार्यरत रहें हैं।उनके निधन की सूचना से पत्रकारों में भी गहरा शोक व्याप्त हुआ है।सोमवार को अंतिम संस्कार के दौरान लखनऊ, कानपुर देहात, फतेहपुर समेत कई जिलों के पत्रकार उपस्थित रहे औऱ परिवार को ढांढस बंधाया।
श्री पांडेय के अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद वरिष्ठ पत्रकार प्रेम शंकर अवस्थी(P.S.Awshthi) ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पांडेय जी के निधन से उनको व्यक्तिगत क्षति हुई है।पांडेय जी हमेशा पत्रकारों की समस्याओं को अपनी समस्याएं मानते हुए प्रशासन के समक्ष रखते थे।औऱ उन समस्याओं को दूर कराने का प्रयास करते थे।अपने मृदुभाषी औऱ मिलनसार स्वभाव के चलते उनका सभी पत्रकारों के साथ एक अपनत्व का रिश्ता था।
श्री अवस्थी ने कहा कि वी.एन.पांडेय जी के चिता की राख तो ज़रूर ठंडी हो गई है।लेकिन उनकी यादें हमेशा सभी के हृदय में ज्वाला की तरह धधकती रहेंगी।