Coronavirus UP Updates:कोरोना का नया रूप.नहीं आता है टेस्ट पॉजिटिव.एक ही परिवार के तीन भाइयों की 24 घण्टे में मौत।
उत्तर प्रदेश(uttar pradesh) में कोरोना वायरस(corona virus 19)के नए आंकड़ें बेहत चौकाने वाले हैं।तेज़ बुख़ार और सांस लेने में तकलीफ़ के बाउजूद कई बार कोरोनो टेस्ट(covidtest19)निगेटिव आता है।यूपी के लखीमपुर में ऐसे ही एक मामले में एक ही परिवार के तीन भाइयों की 24 घन्टें के अंदर ही मौत हो गई।पढ़ें युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट...(Corona Virus up Updates)
CoronaVirus UP Updates: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी(Lakhimpur khiri News)में एक ही परिवार के तीन भाइयों को तेज़ बुख़ार और सांस की तकलीफ के चलते मौत का सामना करना पड़ा।24 घन्टें में हुई तीन मौतों से इलाक़े में हड़कंप मच गया।जबकि कोरोना रिपोर्ट(corona virus 19)निगेटिव आई थी।इस घटना के बाद परिवार के अन्य सदस्यों को आइसोलेट करते हुए पूरे इलाके को सील कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार तीनों भाईयों की तबियत लगभग एक हप्ते से खराब चल रही थी वो लोग घर पर ही घरेलू ईलाज कर रहे थे। तीनों की उम्र तक़रीबन 53 वर्ष,50 साल और 45 की बताई जा रही है।घर पर बड़ें भाई की मौत के बाद दो भाइयों को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया।डॉक्टर के अनुसार उन लोगों को सांस लेने में तकलीफ़ हो रही थी।ऑक्सीजन लेवल लगातार गिर रहा था। बताया जा रहा है दोनों भाइयों की 24 घण्टे के अंदर ही अस्पताल में मौत हो गई। घटना के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है जबकि जबकि परिवार के अन्य सदस्यों को आइसोलेट कर दिया गया है।
कोरोनो जांच में रिपोर्ट आई थी निगेटिव...
बुख़ार और सांस लेने की तकलीफ़ होने पर जब उन लोगों की कोरोनो जांच की गई तो वो निगेटिव आई थी। सीएमओ मनोज अग्रवाल ने बताया कि कोविड टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आई थी जिसका मतलब है कि उनकी मौत कोरोना से नहीं हुई है।जांच के बाद ही एक बता पाना सुनिश्चित होगा।
नया कोरोना कितना घातक है...
कोरोनो की दूसरी लहर में ये वायरस पहले की अपेक्षा बहुत घातक हो गया है।कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोरोना वायरस(corona virus19)का नया रूप लोगों के सीधा फेफड़ों (lungs)में अटैक करता है। कई कोरोनो जांच में यह दिखाई नहीं देता है लेकिन डिजिटल एक्सरे या सिटीस्कैन में इसकी पुष्टि होती है।कोरोनो वायरस (Corona virus 19)का फेफड़ों में अटैक के बाद लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो जाती है समुचित ईलाज न मिलने के कारण मरीज को निमोनिया हो जाता है और उसका ऑक्सीजन टेबल डाउन होने लगता है और कई बार मरीज़ की मौत भी हो जाती है।