Pahalgam Terror Attack Hindi News: दो महीने पहले हुई थी शादी ! पहलगाम की वादियों में उजड़ गया संसार ! जानिए क्या था कानपुर के शुभम का फतेहपुर से रिश्ता?
Fatehpur News In Hindi
कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले में कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की मौत हो गई. दो माह पहले ही शुभम की शादी फतेहपुर के खागा की ऐशान्यां से हुई थी. वह पत्नी संग घूमने गए थे, सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने नाम पूछकर उन्हें गोली मार दी.

Pahalgam Terror Attack Shubham Dwivedi: घूमने के बहाने परिवार को संग लेकर कश्मीर की वादियों में पहुंचे कानपुर (Kanpur) के शुभम द्विवेदी की जिंदगी का सफर अचानक थम गया. मंगलवार दोपहर जब वह पत्नी ऐशान्यां के साथ पहलगाम की खूबसूरत वादियों में घुड़सवारी कर रहे थे, तभी सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया.
गोली उनके माथे पर लगी और पत्नी के सामने ही उनकी मौत हो गई. शुभम की शादी महज़ दो महीने पहले 12 फरवरी को हुई थी और यह यात्रा उनके नवविवाहित जीवन की एक खूबसूरत शुरुआत मानी जा रही थी, जो अचानक एक भयानक अंत में बदल गई.
घुड़सवारी के दौरान आतंकियों ने पूछा नाम, फिर चलाई गोली
मूल रूप से महाराजपुर, हाथीपुर (कानपुर) के चंदनपुर चक्की निवासी डॉ. संजय द्विवेदी के बेटे शुभम द्विवेदी परिवार सहित 18 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर गए थे. मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे शुभम अपनी पत्नी ऐशान्यां के साथ पहलगाम में घुड़सवारी के लिए निकले.
चश्मदीदों के अनुसार, दो से तीन आतंकी सेना की वर्दी में वहां पहुंचे और वहां मौजूद पर्यटकों से नाम पूछने लगे. जैसे ही शुभम ने अपना नाम बताया, आतंकियों ने उनके माथे पर गोली मार दी. गोली लगते ही शुभम वहीं गिर पड़े और पत्नी बेहोश हो गईं.
अनंतनाग में था परिवार, पहलगाम में आतंकी हमला
हमले के वक्त शुभम के पिता डॉ. संजय द्विवेदी, मां सीमा द्विवेदी, बहन आरती और उनके दो बच्चे अनंतनाग में ही रुके हुए थे. वहीं शुभम और ऐशान्यां पहलगाम चले गए थे.
जैसे ही शाम करीब साढ़े छह बजे परिजनों को हमले की सूचना मिली, शुभम के पिता उन्हें और बहू को ढूंढने निकल पड़े. बाद में पुलिस के जरिए शुभम की पहचान की गई. बेटे की मौत की खबर मिलते ही पूरे परिवार में कोहराम मच गया. जो यात्रा खुशियों से भरी थी, वह अब जीवन भर का शोक बन गई.
ससुराल खागा में पसरा मातम, पांडेय परिवार में शोक
शुभम की मौत की खबर मिलते ही उनकी ससुराल, फतेहपुर (Fatehpur) के खागा (Khaga) कस्बे में भी मातम पसर गया. ऐशान्यां के पिता राजेश पांडेय वर्षों से कानपुर में रह रहे हैं. बताया जा रहा है कि वह भी इस यात्रा में शामिल थे.
भाजपा नेता अखिलेश पांडेय ने जानकारी दी कि राजेश पांडेय अपने दामाद और बेटी के साथ कश्मीर घूमने गए थे, जहां शुभम के ऊपर आतंकी हमला हुआ है. खबर के फैलते ही खागा कस्बे में लोगों का पांडेय परिवार के घर पहुंचना शुरू हो गया. हर कोई स्तब्ध है कि इतनी जल्दी कैसे एक नवविवाहित जोड़ा दुख की गहराइयों में डूब गया.
कानपुर के ड्रीमलैंड अपार्टमेंट में शोक का माहौल
कानपुर (Kanpur) के श्यामनगर स्थित ड्रीमलैंड अपार्टमेंट, जहां शुभम अपने माता-पिता के साथ रहते थे, वहां जैसे सन्नाटा छा गया है. मीडिया रिपोर्ट्स में उनके चाचा, ज्योतिषाचार्य मनोज द्विवेदी ने बताया कि शुभम एक सीमेंट कंपनी में सेल्स प्रमोटर के रूप में कार्यरत थे.
उनके स्वभाव और व्यवहार को लेकर मोहल्ले में अच्छी छवि थी. शुभम की असामयिक मौत ने पूरे अपार्टमेंट और मोहल्ले को झकझोर दिया है. घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों की भीड़ लगी रही. हर आंख नम है और हर दिल दुखी कि कैसे एक जवान बेटा आतंक की आग में झुलस गया.