Up News: छुट्टा गोवंशों की सुरक्षा को लेकर Yogi Government के सख्त निर्देश
UP News Yogi Adityanath: सड़कों पर निराश्रित गोवंशों की बढ़ती तादाद को लेकर विपक्ष ने यूपी सरकार पर कई बार तंज कसा.जिसके बाद योगी सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए अहम निर्णय लिया है.अब सड़को पर घूम रहे छुट्टा गोवंशों की सुरक्षा व उनके चारे-पानी की व्यवस्था का सरकार ने बीड़ा उठाया है.जिसके बाद सड़कों पर निराश्रित गौवंश नजर नहीं आएंगे.समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश भी दिए गए हैं.कि इसपर प्राथमिकता से कार्य करें.

हाईलाइट्स
- योगी सरकार का निराश्रित गोवंशों की सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश,समस्त जिलाधिकारी इस कार्य को प्राथमिक
- पहले से सन्चालित गौ संरक्षण केंद्रों पर निराश्रित गोवंशों को पहुँचाया जाए
- समस्त जिलाधिकारियों को दिए निर्देश,यह कार्य प्राथमिकता से किया जाए.
Strict instructions of the UP government : सड़कों पर दिनबदिन निराश्रित गोवंशों की बढ़ती संख्या और उनकी सुरक्षा में हो रही लापरवाही को लेकर कई बार योगी सरकार ने पहले भी अधिकारियों को फटकार लगाई थी.अब कैबिनेट की अहम बैठक में गोवंशों की सुरक्षा को लेकर सीएम योगी ने कड़े निर्देश दिए हैं.साथ ही इन गोवंशों को उन्हें सुरक्षित गौ संरक्षण स्थलों तक पहुंचाने व अन्य सुविधाओं के निर्देश समस्त अधिकारियों को दिए हैं.
छुट्टा गौवंशों को सड़कों से पहुंचाया जाए गौ संरक्षण केंद्र पर
उत्तर प्रदेश में सड़कों पर घूम रहे निराश्रित गोवंशों को लेकर अब योगी सरकार ने कड़े निर्देश जारी किए हैं.कैबिनेट बैठक में अहम निर्णय लेते हुए गोवंशों की सुरक्षा को प्राथमिकता से लेने के लिए कहा है.यह भी कहा है कि सड़कों पर गोवंश घूमते न दिखाई दें.यदि सड़कों पर दिखे तो उन्हें सुरक्षित गौ संरक्षण केंद्रों में पहुंचाया जाए.
गौवंशो की सुरक्षा में न हो कोई भी चूक,हर व्यवस्था हो परिपूर्ण
दरअसल इनदिनों निराश्रित गोवंशों की सड़कों पर तादाद ज्यादा होने लगी है.कई बार यातायात भी बाधित होता है.अक्सर हाइवे व सड़को पर बीच में गौवंश बैठ जाते हैं.कई बार हादसे का शिकार हो जाते हैं. सरकार ने कई बिन्दुओ को देखते हुए उनकी सुरक्षा का जिम्मा उठाया है.जिससे उन्हें पहले से संचालित गौ संरक्षण केंद्रों पर सुरक्षित पहुंचाया जाए.उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी होता रहे.चारा-पानी की व्यवस्था भी व्यवस्थित हो.
पहले से काफी सुधार मिला है,समस्त जिलाधिकारियों को दिए निर्देश
सरकार ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पहले से संचालित गो सरंक्षण केंद्रों तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. उनके लिए हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करने और समय-समय पर स्वास्थ्य प्रशिक्षण के भी निर्देश दिये हैं.समस्त जिलों के जिलाधिकारी इसे अपनी प्राथमिकता सूची में शामिल करें. निराश्रित गोवंश की तादाद बढ़ने की कई पर सूचनाएं व शिकायतें प्राप्त हुई थी. इस मामले में अब सुधार पहले से ज्यादा हुआ है.
गौ संरक्षण केंद्र बढ़ाये जाएं,कार्ययोजना तैयार करें
प्रदेश में गो आश्रय स्थल बढ़ाये जाएं. वर्तमान में प्रदेश भर में निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए 6889 आश्रय स्थल संचालित हैं, जिसमें 6346 ग्रामीण और 543 शहरी क्षेत्रों में मौजूद हैं. इन जगहों पर निराश्रित गोवंश की देखभाल की जा रही है.प्रदेश में गो आश्रय स्थल बढ़ाने के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए कहा है,जिससे इस बजट को कैबिनट में आगे शामिल कर सके.
जिलाधिकारी समय-समय पर करेंगे गौ संरक्षण केंद्र का निरीक्षण
गौवंशों के लिए हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित हो. गोचर भूमि की जियो टैगिंग एवं कब्जा मुक्त करा कर नेपियर घास लगवाई जाए. गौ आश्रय स्थलों की सभी जानकारियों को पोर्टल पर अपडेट होगी.जिससे वर्तमान में कितने निराश्रित गोवंश को संरक्षित किया गया है और वहां पर और कितने गो वंश को संरक्षित किया जा सकता है.जिसकी रिपोर्ट होगी. समस्त जिलों के जिलाधिकारी समय-समय पर आश्रय स्थल का निरीक्षण कर जांच करें.यह भी देखें कि कौन से ऐसे हॉटस्पॉट हैं जो गोवंशों के लिए जोखिम भरे हैं.