Saria Rate Today In UP: आज का सरिया का रेट क्या है? टाटा से कामधेनु तक जानिए क्या चल रहा है ताजा भाव
Saria Rate Today In UP
उत्तर प्रदेश में जुलाई 2025 के पहले सप्ताह में सरिया यानी TMT बार की कीमतों में हल्की गिरावट दर्ज की गई है. टाटा और जिंदल जैसे ब्रांड्स के रेट स्थिर हैं जबकि कामधेनु और SRMB ने मामूली कटौती की है. ग्रामीण जिलों में लोकल ब्रांड्स की डिमांड भी बढ़ रही है.

Saria Rate Today In UP: जुलाई के पहले हफ्ते में यूपी के सरिया बाजार में ज्यादा हलचल नहीं दिखी है. लगातार हो रही बारिश के चलते निर्माण कार्यों में कमी आई है, जिससे सरिया (Saria Ka Bhav) की खपत भी थोड़ी घटी है. हालांकि प्रमुख ब्रांड्स ने अपने रेट स्थिर रखे हैं और बाजार अगले महीने के लिए स्टॉक जमा कर रहा है.
जुलाई 2025 का सरिया भाव: कहां थमी कीमतें, कहां दिखा बदलाव
जुलाई की शुरुआत के साथ ही प्रदेश भर में सरिया बाजार में हलचल सीमित दिख रही है. लगातार बारिश से निर्माण कार्यों की रफ्तार धीमी हुई है, जिससे मांग पर असर पड़ा है. बावजूद इसके, कई प्रमुख ब्रांड्स जैसे टाटा Tiscon, जिंदल Panther ने अपने रेट स्थिर रखे हैं.
वहीं, मिड सेगमेंट ब्रांड्स जैसे कामधेनु और SRMB ने कीमतों में थोड़ी नरमी दिखाई है. फतेहपुर, प्रयागराज, कानपुर और लखनऊ जैसे जिलों में यह ट्रेंड साफ दिखाई दे रहा है. मार्केट जानकारों का मानना है कि अगले महीने से मांग फिर बढ़ सकती है.
टाटा और जिंदल के रेट में स्थिरता, प्रीमियम क्वालिटी की बढ़ी मांग
निर्माण कार्यों में गुणवत्ता को प्राथमिकता देने वाले उपभोक्ता इन्हीं ब्रांड्स को पसंद कर रहे हैं. सरकारी और कॉर्पोरेट प्रोजेक्ट्स में भी इन ब्रांड्स की डिमांड सबसे ज्यादा बनी हुई है. इनके रेट पिछले महीने की तुलना में लगभग स्थिर हैं, जो बाजार को संतुलन में बनाए रखने का संकेत दे रहे हैं.
कामधेनु और SRMB ने कीमतों में दिखाई लचीलापन
कामधेनु TMT और SRMB के रेट्स में जुलाई की शुरुआत में थोड़ी गिरावट देखी गई है. कामधेनु फिलहाल 77,500 से 79,000 रुपये प्रति टन यानी 7,750 से 7,900 रुपये प्रति कुंतल के बीच बिक रहा है. SRMB का दाम 78,000 से 79,500 रुपये प्रति टन है, जो प्रति कुंतल 7,800 से 7,950 रुपये के बीच बैठता है.
इन ब्रांड्स की डिमांड मुख्य रूप से ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में बनी हुई है. डीलरों का मानना है कि कम कीमत और संतोषजनक क्वालिटी के कारण ये ब्रांड्स बाजार में टिके हुए हैं.
2mm से 12mm तक सरिया का रेट: प्रति कुंतल दर पर भी जानिए
सरिया की मोटाई के अनुसार रेट्स में हल्का फर्क रहता है, जो उपभोक्ताओं को खरीद से पहले जानना जरूरी है. जुलाई 2025 के पहले हफ्ते में उत्तर प्रदेश में सामान्य बाजार भाव इस प्रकार रहे:
- 2mm–4mm (सूत सरिया): 8,300 से 8,600 रुपये प्रति कुंतल (छोटे निर्माण या ग्रिल वर्क के लिए)
- 6mm सरिया: 8,100 से 8,400 रुपये प्रति कुंतल
- 8mm सरिया: 7,900 से 8,100 रुपये प्रति कुंतल
- 10mm सरिया: 7,800 से 8,000 रुपये प्रति कुंतल
- 12mm सरिया: 7,700 से 7,900 रुपये प्रति कुंतल
यह रेट ब्रांड, क्वालिटी और शहर के अनुसार बदल सकते हैं. लोकल ब्रांड्स में सरिया की कीमत घट बढ़ सकती है.
फतेहपुर, उन्नाव और बांदा में लोकल ब्रांड्स की मांग तेजी से बढ़ी
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लोकल ब्रांड्स जैसे गोयल TMT, Gallant और Prime Gold तेजी से ग्राहकों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं. इनके रेट फिलहाल 75,500 से 77,000 रुपये प्रति टन के बीच चल रहे हैं, यानी प्रति कुंतल 7,550 से 7,700 रुपये.
फतेहपुर, उन्नाव, बांदा और चित्रकूट जैसे जिलों में स्थानीय डीलर्स के पास इन ब्रांड्स की मांग बढ़ी है. लोकल ब्रांड्स कम कीमत और त्वरित डिलीवरी की वजह से मिड-सेगमेंट ग्राहकों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनकी क्वालिटी में असमानता हो सकती है.
अगस्त में तेज़ी की उम्मीद, डीलर स्टॉक भरने में जुटे
भले ही जुलाई में निर्माण गतिविधियों में सुस्ती है, लेकिन डीलरों को उम्मीद है कि अगस्त के मध्य से बाजार दोबारा गति पकड़ेगा. खासकर प्रधानमंत्री आवास योजना, पंचायत भवन, स्कूल और अस्पताल जैसे सरकारी निर्माण कार्यों में बढ़ोतरी संभावित है.
कई डीलर अभी से स्टॉक तैयार कर रहे हैं ताकि अगस्त में बढ़ी हुई मांग का मुकाबला किया जा सके. विशेषज्ञों का मानना है कि अगस्त के आखिरी सप्ताह तक सरिया के रेट में ₹800 से ₹1,000 प्रति टन की बढ़ोतरी हो सकती है.
ग्राहकों को चेतावनी: नकली सरिया से रहें सतर्क
सरिया बाजार में कुछ जगहों से नकली सरिया बेचने की शिकायतें भी सामने आई हैं. खासतौर पर छोटे दुकानदार, बड़े ब्रांड्स के नाम से घटिया क्वालिटी का सरिया बेच रहे हैं.
इससे उपभोक्ताओं को भविष्य में भारी नुकसान हो सकता है. उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि वे हमेशा ISI मार्क, कंपनी की ब्रांड मुहर और GST बिल देखकर ही खरीदारी करें. घटिया सरिया का इस्तेमाल भवन की मजबूती को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकता है.