Unnao DSP Kripashankar Kanojiya: वाह रे CO साहब इश्कबाजी में बन गए सिपाही ! महिला कांस्टेबल के साथ होटल में धरे गए
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) में बीघापुर CO के पद पर तैनात रहे प्रमोटी पीपीएस अधिकारी कृपाशंकर कनौजिया (Kripa Shankar Kanojia) को उनके पद से हटा कर वापस से पीएसी में सिपाही के मूल पद वापस भेज दिया गया है. तीन साल पहले मीडिया की सुर्खियां बने सीओ साहब कानपुर (Kanpur) के एक होटल में महिला सिपाही के साथ रंगे हाथों पकड़े गए थे.

DSP Kripa Shankar Kanojia: यूपी के उन्नाव (Unnao) में तत्कालीन बीघापुर (Bighapur) सीओ के पद पर तैनात रहे कृपाशंकर कनौजिया का शासन के आदेश पर शनिवार को डिमोशन करते हुए उनके मूलपद में भेज दिया गया है.
अब Kripa Shankar फिर से गोरखपुर की 26वीं वाहिनी पीएसी में वापस सिपाही बन कर नौकरी करेंगे. आपको बतादें कि तीन साल पहले कानपुर (Kanpur) के एक होटल में महिला सिपाही के साथ रंगरेलियां मनाते हुए सीओ साहब पकड़े गए थे.
मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद निलंबन के साथ इनको निरीक्षक के पद पर रिवर्ट किया गया था और विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे.
DSP Kripa Shankar Kanojia: उन्नाव एसपी से छुट्टी लेकर कानपुर पहुंचे सीओ साहब
उनकी पत्नी बार-बार उनको फोन करती रहीं. फोन बंद आने की वजह से वो परेशान हो गईं. बताया जा रहा है कि उन्होंने घबराहट में पुलिस ऑफिस में फोन करके पूंछा तो पता चला कि वो छुट्टी लेकर घर गए हैं.
इस बात से उनकी पत्नी बहुत परेशान हो गईं और उन्नाव एसपी से मदद मांगी. अचानक सीओ के गायब होने से महकमें में हड़कंप मच गया. एसपी ने सर्विलांस टीम को लोकेशन ट्रेस करने के लिए कहा तो पता चला कि कृपाशंकर की आखिरी लोकेशन कानपुर के एक होटल की थी.
DSP Kripa Shankar Kanojia: छुट्टी लेकर होटल में मना रहे थे रंगरेलियां, सीसीटीवी में हुए कैद
सीओ कृपाशंकर कनौजिया की आखिरी लोकेशन कानपुर के एक होटल में मिलने के बाद उन्नाव की पुलिस अलर्ट हो गई. उनकी पत्नी हत्या की आकांक्षा से भरी हुई थी. कानपुर पुलिस से संपर्क करने के बाद उन्नाव पुलिस उस होटल पहुंची और सीसीटीवी फुटेज देख दंग रह गई.
कृपाशंकर एक महिला सिपाही के साथ कैमरे में कैद दिखे और बाद में उन्हें कमरे से रंगे हाथों पकड़ा गया. मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद शासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया साथ ही डिमोशन करते हुए निरीक्षक बना दिया.
कृपाशंकर पर विभागीय जांच बैठा दी गई. जांच के बाद सिपाही से प्रमोटी हुए कृपाशंकर कनौजिया को एडीजी प्रशासन के आदेश पर फिर से गोरखपुर पीएसी में सिपाही के मूल पद पर भेज दिया गया है.