रामपुर:आज़म खान से जान का ख़तरा बता छुट्टी पर गए एडीएम जेपी गुप्ता..वापस लौटे.!
आज़म के कथित तौर पर खौफ़ से डरे सहमे रामपुर एडीएम प्रशासन जेपी गुप्ता सुरक्षा बढ़ने के बाद वापस ड्यूटी पर लौट आए हैं..पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट।

रामपुर: लोकसभा चुनावों की अधिसूचना जारी होने के पहले फतेहपुर से स्थान्तरित होकर रामपुर पहुंचे जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह,एडीएम जेपी गुप्ता और एसडीएम प्रेम प्रकाश तिवारी ने सपा के कद्दावरत नेता आज़म खान के कथित तौर पर कई गैरकानूनी कामों को बन्द करवा दिया है।जिसके बाद रामपुर की सियासत में अच्छी खासी गर्मी महसूस की गई थी।दूसरी ओर आज़म खान द्वारा स्थापित की गई यूनिवर्सिटी का उर्दू गेट तोड़वाकर रामपुर डीएम आञ्जनेय कुमार सिंह ने माहौल को और भी गर्मा दिया था।
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उर्दू गेट तोड़ने के मामले पर जिला प्रशासन की ओर से यह कहा गया था कि यह गेट पूरी तरह से अवैध और मानकों के विपरीत तत्कालीन सपा सरकार में बनवाया गया था।इस लिए इस गेट को तोड़ा गया है।इसके साथ ही एक बिल्डिंग में संचालित विद्यालय को भी जिला प्रशासन द्वारा खाली करा लिया गया था क्योंकि विद्यालय की बिल्डिंग का एक हिस्सा नगर पालिका की ज़मीन पर खड़ा किया गया था।
इन सब मामलों के बाद से ही सपा के कद्दावर नेता व रामपुर में अपना अच्छा खासा वजूद रखने वाले आज़म खान ने जिला प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़े करते हुए कई तरह के गंभीर आरोप लगाए थे आज़म ने कहा था कि जिला प्रशासन भाजपा के इशारे में काम कर मुझे बदनाम करने का काम कर रहा है।उन्होंने यहां तक कहा था कि डीएम आञ्जनेय कुमार रामपुर में दंगा कराना चाहते हैं।और ऐसे अधिकारियों के रहते हुए रामपुर में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता है।ख़ैर चुनाव आयोग ने उनके आरोपों को ग़लत माना और किसी भी अधिकारी का वहां से तबादला नहीं किया और रामपुर में सकुशल चौथे चरण के अंतर्गत मतदान सम्पन्न हो गए।लेक़िन हॉल ही में कुछ ऐसी खबर आई है जिसके बाद रामपुर का जिला प्रशासन औऱ आज़म खान एक बार फ़िर सुर्खियों में है।
मिली जानकारी के अनुसार क़रीब तीन दिन पहले अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदम्बा प्रसाद गुप्ता(जेपी गुप्ता) ने पुलिस अधीक्षक रामपुर को पत्र लिखते हुए अपनी जान का खतरा बताया था।एडीएम ने अपने पत्र में लिखते हुए कहा था कि सपा नेता आज़म खान व उनके समर्थकों से जान का खतरा है। उन्होंने अपने पत्र में साफ कहा था कि उनके घर से लेकर आवास तक कुछ संदिग्ध रैकी कर रहे हैं। क्योंकि उन्होंने रामपुर में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जो कार्रवाई की हैं उससे कुछ लोग रंजिश रखते हैं। आशंका जताई थी कि यदि उन्हें कुछ हुआ तो इसके लिए कहीं न कहीं आजम समर्थक जिम्मेदार होंगे। पत्र लिखने के बाद एडीएम छुट्टी पर चले गए थे,जिसके बाद लोगों में तरह तरह की चर्चाएं थीं। इस बीच पुलिस ने सुरक्षा उपलब्ध कराने की बात कही है। सुरक्षा मिलने के बाद अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदंबा प्रसाद गुप्ता गुरुवार को वापस डयूटी पर लौट आए।
डीएम आञ्जनेय ने कहा डरने की बात अफवाह...
एडीएम जेपी गुप्ता का पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखने के बाद अचानक छुट्टी पर जाने से पूरे रामपुर में तरह तरह की चर्चाओं का बाज़ार गर्म था हालांकि डीएम आञ्जनेय कुमार ने इस पूरे मामले पर कहा है कि-''अपर जिलाधिकारी, प्रशासन के डरकर छुट्टी जाने की सूचना सर्वथा गलत है एवं अफवाह मात्र है। वह मात्र एक दिन के लिए व्यक्तिगत कार्य से अनुमति लेकर गये थे।''