Women Drivers In UPSRTC : ट्रेन चलाने और प्लेन उड़ाने के बाद Roadways की बसें भी दौड़ाएंगी महिलाएं, फरवरी 2024 से बस की स्टीयरिंग होगी हाथों में
उत्तर प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने को लेकर कई तरह के कार्य कर रही है.अब यूपी रोडवेज की बसों की ड्राइविंग सीट पर महिलाएं होंगी. यह पहली दफा देश के इतिहास में होने जा रहा है.कानपुर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में 17 लड़कियों के बैच की ट्रेनिंग लगभग पूरी हो चुकी है.आगामी 2024 फरवरी तक बसों की स्टीयरिंग महिलाओं के हाथों में होगी.
हाईलाइट्स
- महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का उद्देश्य को लेकर अब रोडवेज बसें चलाते दिखेंगी महिलाएं
- कानपुर रोडवेज प्रशिक्षण केंद्र में पहला 17 लड़कियों का बैच हुआ तैयार, डिपो में किया गया शिफ्ट
- फरवरी 2024 तक मुख्य ड्राइवर की तरह थामेगी बस की स्टीयरिंग
UP Roadways Women Driver First Batch : बेटियों को बढ़ावा देने का यूपी सरकार का सपना परवान चढ़ने लगा है.उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार रोडवेज बसों को चलाने के लिए महिला ड्राइवर के एक बैच की ट्रेनिंग कानपुर के रोडवेज परिवहन प्रशिक्षण केंद्र में लगभग पूरी हो चुकी है.अब पुरुषों की तरह महिलाएं भी बसें सड़कों पर दौड़ाते नजर आएंगी.मोदी और योगी सरकार लगातार महिला सशक्तिकरण को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका दे रहे है.
17 लड़कियों का पहला बैच बस चलाने के लिए हुआ तैयार
उत्तर प्रदेश रोडवेज परिवहन बसों की स्टीयरिंग में अबतक हाथ पुरुषों का था,अब महिलाएं भी इन बसों की स्टीयरिंग अपने हाथ में थामेंगी. कानपुर के रोडवेज ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र से 17 युवतियों की ड्राइविंग की ट्रेनिंग लगभग पूरी हो चुकी है.ऐसा अबतक के यूपी के इतिहास में नहीं हुआ था.लेकिन अब ऐसा होने जा रहा है. महिलाएं भी बस चलाकर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाएंगी.
ट्रेनिंग कर रही लड़कियों का कहना बस चलाकर हो रहा गर्व
प्रशिक्षण केंद्र में 17 लड़कियों का बैच तैयार हो चुका है, बस चलाने की ट्रेनिंग लेने वाली लड़कियां भी काफी खुश हैं.उन्हें बस जैसा वाहन चलाने में गर्व महसूस हो रहा है.ट्रेनिंग करने वाली लड़कियों का कहना है कि अब बेटियों, लड़कियों के लिए हर क्षेत्र में प्रबल संभावनाएं हैं.जब बेटियां, प्लेन,ट्रेन चला सकती है तो बस क्यों नहीं.पहले लोगों ने कहा ये क्या कर रही हो,लोग क्या कहेंगे, इन सब बातों को दरकिनार करते हुए हमने अपना लक्ष्य निर्धारित किया.
महिला सशक्तिकरण और कौशल विभाग प्रोजेक्ट के तहत दी जा रही ट्रेनिंग
ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र के प्रिंसिपल एसपी सिंह ने बताया कि महिला सशक्तिकरण के तहत यूपी रोडवेज में महिला ड्राइवरों को ट्रेनिंग दी जा रही है.पूरे देश में इस तरह का यह पहला केंद्र है जहां से महिला ड्राइवर बस को चला रही है.हमारा पहला 17 लड़कियों का बैच था,जिसकी ट्रेनिंग कम्प्लीट हो चुकी है.उन्हें 9 डिपो में शिफ्ट किया गया है और वहां अभी ट्रेनिंग उनकी अंतिम स्टेज पर है.आगे और भी बैच आ रहे हैं.
फरवरी 2024 से बस की स्टीयरिंग होगी महिलाओं के हाथ
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2021 को महिला बस चालक ट्रेनिंग की शुरुआत हुई थी. अब पुरुषों की तरह महिलायें भी बसे चलाएंगी.अभी फर्स्ट बैच महिला ड्राइवर का जिन्हें डिपो में शिफ्ट किया है. लेकिन वहां वह सहायक के तौर पर अभी चल रही है. और आगामी फरवरी 2024 से वो मुख्य ड्राइवर के तौर पर बस की स्टीयरिंग संभालेंगी.