Kanpur Dehat News: बेटी पैदा होने पर मां-बाप ने किया कुछ ऐसा ! समाज के लिए बने मिसाल, बैंड बाजे के साथ घर पर किया ऐसे वेलकम
कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के बरौर (Baraur) गांव स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में एक महिला ने एक बेटी को जन्म दिया. बेटी पैदा (Born Baby Girl) होने से परिवार में खुशी (Happy) का माहौल है इस दौरान इस बच्ची के माता-पिता ने समाज को एक संदेश (Message) देते हुए अस्पताल से लेकर घर पहुंचने तक रास्ते पर जमकर एक बारात ले जाने जैसा ही जश्न मनाते हुए अपने घर पहुंचे. इस दौरान जिसने भी उस बच्ची को अपने घर पहुंचते हुए देखा सभी की आंखें खुली की खुली रह गई. बेटी का ऐसे खास स्वागत (Special Welcome) को लेकर दम्पति चर्चा में हैं.

बेटी पैदा होने पर मनाया ऐसे जश्न
वर्तमान समय में दुनिया भर में तमाम ऐसी जगह है जहां पर आज भी लोग बेटी (baby girl) होना किसी अभिशाप से कम नहीं मानते हैं हर किसी की ख्वाहिश होती है कि उनके घर में पहला बच्चा बेटे के रूप में हो लेकिन कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के बरौर (Baraur) गांव में रहने वाली शिवानी (Shivani) नाम की एक महिला ने सुंदर बेटी को जन्म (Birth) दिया है.
जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल और घर को दुल्हन (Bridal) की तरह सजाया. यही नहीं अस्पताल से घर जाने के लिए इस्तेमाल किये गए चार पहिया गाड़ी के पीछे एक बैनर भी लगाया गया जिसमें बच्ची की तस्वीर छपी थी जिसके नीचे एक स्लोगन भी लिखा हुआ था की बेटे तो भाग्य से होते हैं लेकिन बेटियां सौभाग्य से होती हैं.

कौन है ये दम्पति?
कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के बरौर कस्बे में रहने वाले सागर त्रिवेदी (Sagar Trivedi) नाम के युवक की शादी बीते साल अकबरपुर (Akbarpur) की रहने वाली शिवानी नाम की युवती के साथ हुई थी, बीती 8 अप्रैल को गर्भवती महिला शिवानी को प्रसव पीड़ा हुई इसके बाद उसे अकबरपुर कोतवाली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया.

समाज को दिया संदेश हर तरफ हो रही चर्चा
वही बैंड बाजे के साथ अस्पताल से घर पहुंची बच्ची को देखकर रास्ते भर लोगों ने फूल बरसा कर उसका स्वागत करने के साथ-साथ सभी लोग बच्ची के माता-पिता की भी खूब तारीफ कर रहे हैं यही कारण है कि यह अनोखा वाक्या मीडिया की सुर्खियों में भी छाया हुआ है समाज में लगातार नारी सम्मान की बात कही जा रही है यही कारण है कि महिलाओं को पुरुषों के बराबर का दर्जा दिया जा रहा है इस तरह से बेटी का स्वागत करना भी कहीं ना कहीं नारी सशक्तिकरण और महिलाओं के सम्मान का एक बड़ा उदाहरण है.