Kanpur Unique Voting Awareness : मतदान प्रतिशत बढ़े इसलिए मन में आया ख्याल,अनोखे ढंग से कर रहे मतदाताओं को जागरूक
यूपी निकाय चुनाव की तारीखों के एलान होने के बाद कानपुर में एक शख्स मतदान प्रतिशत बढाने को लेकर पिछले 10 वर्षों से अनोखा तरीका अपनाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
हाईलाइट्स
- कानपुर में स्कूटी से अनोखे ढंग से कर रहे मतदान को लेकर जागरूक
- 10 वर्षो से कर रहे है मतदान को लेकर जागरूक
- कानपुर के काकादेव के रहने वाले है शैलेन्द्र दुबे
Man making aware about voting in a unique way : उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव दो चरणों में होने है पहला चरण का चुनाव 4 मई तो दूसरा चरण 11 मई को है ,कानपुर में दूसरे चरण में चुनाव होना है अक्सर मतदान प्रतिशत कम न हो जिसको लेकर कानपुर का ये शख्श पिछले 10 वर्षों से अनोखे ढंग से मतदाताओं को जागरूक कर रहे हैं तो चलिए आपको बताते है कौन है ये व्यक्ति..
मतदान प्रतिशत रहती है बड़ी चुनौती
चुनावी नजरिया से कानपुर में प्रत्याशियों की हार जीत अहम मायने रखती है. मतदान को लेकर भी जिला प्रशासन की ओर से मतदाताओं को मतदान करने के लिए जागरूक करने का भी काम किया जाता है, चुनाव के दौरान कई तरह के स्लोगन भी जारी किए जाते हैं, ताकि मतदाता वोट करने के लिए जागरूक हो सके बावजूद इसके ऐसा देखा जाता है कि, कानपुर में केवल 50 से 60 फ़ीसदी वोटिंग हो पाती है। ऐसे में चुनाव आयोग और जिला प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती मानी जाती है.
इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए कानपुर शहर के काकादेव में रहने वाले इंटरनेट कैफे संचालक शैलेंद्र दुबे प्रशासन के साथ-साथ कंधा मिलाकर साथ चलने का बीड़ा उठाते हुए मतदाताओं को वोटिंग करने के लिए जागरूक करने का काम कर रहे हैं, मतदाताओं को जागरूक करने के लिए वह अपने निजी दुपहिया वाहन में तरह-तरह के स्लोगन जैसे "मतदान अवश्य करें!" लिखकर लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। स्लोगन लिखे हुए वाहन को और जहां कहीं पर भी लेकर जाते हैं लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बन जाते है लोग उनके साथ सेल्फी भी क्लिक करवाकर सोशल मीडिया पर उनके द्वारा किए जा रहे इस कार्य की सरहाना भी करते हैं.
यही नहीं इस दौरान चुनावी समय पर वह जो कपड़े भी पहनते हैं उसमें भी इस तरह के स्लोगन लिखे हुए हैं उनके इंटरनेट कैफे में रेल ई-टिकट, फ्लाइट की टिकट फोटो कॉपी के साथ-साथ अन्य सुविधाएं लोगों को मुहैया करवाई जाती है। यहां आए हुए ग्राहकों को वह मौखिक रूप से मतदान करने के लिए जागरूक करने के साथ-साथ टिकटों के पीछे मतदान अवश्य करें का स्लोगन छाप कर देते हैं जिससे कि मतदान का प्रतिशत बढ़ाया जा सके.
सुनिए शैलेन्द्र ने क्या कहा
शैलेंद्र ने बताया कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रत्याशी के लिए एक-एक बोट काफी मायने रखता है। कई बार ऐसा देखा गया है कि, बहुत कम मार्जन से हार जीत हो जाती है,वहीं वोटिंग प्रतिशत भी 40 से 50 ही रहता है इतनी सारी बातों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव के समय से मतदाताओं को जागरूक करने का अनोखा ढंग निकाला शैलेन्द्र ने कहा कि उद्देश्य इतना है कि जो लोग घरों से निकलते नही है मतदान के लिए उन्हें जागरूक करने का ये प्रयास है आगामी निकाय चुनाव में घरों से निकलकर इस पर्व का हिस्सा बने जाति, पार्टी छोड़ मतदान अवश्य करें, उनका यह भी कहना है कि आगे भी मतदाताओं को नए-नए तरीकों से जागरुक करते रहेंगे.