Kanpur Jail Radio : गुड मॉर्निंग कानपुर बोलने के लिए बंदी बनेंगे RJ,जेल रेडियो के तहत कानपुर जेल की अनोखी पहल
कानपुर जेल के बंदियों को अब उनके मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत और स्वस्थ रखने के लिए जिला कारागार एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत करने जा रहा है. जल्द ही कानपुर जेल में जेल रेडियो एफएम संचालित किया जाएगा.जिसकी तैयारी जोरों से चल रही है. अब कानपुर जेल से गुड मॉर्निंग कानपुर गूंजेगा.शहर के आरजे बंदियों को प्रशिक्षित भी करेंगे. आने वाले समय में बंदी रेडियो जॉकी की भूमिका निभाएंगे.

हाईलाइट्स
- कानपुर जेल की अनोखी पहल,जेल रेडियो एफएम की करेगी शुरुआत
- मकसद बंदियों का मानसिक स्वास्थ्य रहे बेहतर,महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी जाएंगी
- आरजे करेंगे बंदियों को प्रशिक्षित,बंदी बनेंगे आरजे,मधुर संगीत,जानकारी सब कुछ एड्रेस सिस्टम से होगा
Jail Radio FM is going to start in Kanpur Jail : कानपुर जेल में एक अनोखा प्रयोग शुरू होने जा रहा है.आपने वैसे तो यह प्रयोग फ़िल्म लगे रहो मुन्ना भाई में देखा होगा,जिसमें अभिनेता संजय दत्त बंदी के रूप में आरजे की भूमिका निभाते हुए गुड मॉर्निंग मुंबई कहते हुए दिखाई देते हैं. कुछ इसी तरह अब कानपुर के बंदी भी जल्द आरजे की भूमिका में दिखाई देंगे. जीवन में यदि संगीत न हो तो जीवन कुछ अधूरा सा लगता है.और संगीत से मन भी स्वस्थ रहता है. कुछ इसी तर्ज पर बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए यह पहल की जा रही है. जल्द ही जेल रेडियो की शुरुआत होगी.इसमें संगीत,गीत के साथ सरकार की योजनाओं और जेल सम्बन्धित जानकारी भी दी जाएगी.
कानपुर जेल की सकारात्मक पहल जेल में शुरू होगा जेल एफएम रेडियो
घरों में ,दुकानों में और अपने-अपने वाहनों में आज भी लोग एफएम रेडियो के जरिये मधुर संगीत व अन्य अहम जानकारियां सुनकर अपने आपको तरोताजा बनाने का प्रयास करते हैं.फ़रमाईश पर भी आरजे आपके फेवरिट गीतों को प्ले करते हैं. कुछ इसी की तर्ज पर कानपुर जेल, जेल एफएम रेडियो की शुरुआत करने जा रहा है.जहां शहर के फेमस रेडियो जॉकी को यहां बुलाया जाएगा. और वह बंदियों को प्रशिक्षित करेंगे.फिर आरजे की कमान खुद बंदी सम्भालेंगे.इससे उनका भी मनोरन्जन होगा और अन्य बंदियों का भी.
जेल रेडियो के जरिये बंदियों का होगा मनोरंजन
जेल एसपी बीडी पांडे ने बताया कि इस जेल रेडियो का मकसद है,कि बंदियों का मानसिक स्तर और उनके स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें भी मनोरंजन की आवश्यकता है.इसलिए इसके माध्यम से बंदियों का मनोरंजन भी होगा और सकारात्मक विचार भी मन में आएंगे. इस जेल रेडियो को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुरू करने की योजना बनाई गई है. एड्रेस सिस्टम का प्रयोग करके जेल रेडियो की शुरुआत की जाएगी.
शहर के प्रमुख आरजे बंदियों को आरजे बनने की देंगे ट्रेनिंग
मकसद यह है कि बंदियों का मनोरंजन करने के साथ जेल संबंधी महत्वपूर्ण सूचनाएं उनको दी जा सके. समय समय पर सरकार द्वारा चलाई जारी कल्याणकारी योजनाओं को बताया जा सके. समय पूर्व उनकी रिहाई व पेरोल संबंध में इन सबकी जानकारी उसे कंट्रोल रूम के माध्यम से रेडियो जॉकी के माध्यम से दी जा सकेगी. शहर के आरजे बंदियों को यहां आकर प्रशिक्षित करेंगे. और इनके बीच के ही बंदी आरजे बनेंगे.
हर बैरक में एड्रेस सिस्टम रहेंगे,मिलेगी गीत के साथ सरकार की योजनाओं की जानकारी
बताया कि यह फ्रीक्वेंसी पर नहीं चलेगा.यह वायर्ड रहेगा यह जेल के अंदर चहारदिवारी के अंदर ही रहेगा. हर बैरक में पब्लिक एड्रेस सिस्टम है उसके माध्यम से चलेगा.इस दौरान बंदी अपने मनपसंद गीत, संगीत सुन सकेंगे.बीच-बीच में सरकार से जुड़ी व जेल से जुड़ी अहम जानकारियां भी मुहैया कराई जाएगी.हालांकि इसकी शूरुआत कब होगी इस पर बात की जा रही है.