Kanpur Dehat News: मिट्टी के ढेर में जिंदा नवजात बच्चे को गाढ़ गई कलयुगी माँ ! खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों को आयी एक आवाज-फिर हुआ ये
कानपुर देहात में मानवता और ममता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. जिसने भी यह नजारा देखा उसका कलेजा फट गया. मूसानगर क्षेत्र में कलयुगी परिजनों ने अपने नवजात बच्चे को एक बगिया में जिंदा गाड़ दिया. जब खेत में काम कर रहे ग्रामीणों को बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी तो दंग रह गये. पास जाकर देखा तो नवजात बच्चा मिट्टी में गढ़ा हुआ था. उसकी आवाज और हाथ हिलते देख तत्काल ग्रामीणों ने उसे अस्पताल पहुंचाया. जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
हाईलाइट्स
- कानपुर देहात के मूसानगर में मानवता के साथ ममता को शर्मसार कर देने वाला मामला
- मूसानगर के पुलन्दर गांव में जिंदा नवजात बच्चा मिट्टी में दबा गड़ा मिला,मचा हड़कम्प
- ग्रामीणों ने बच्चे को पहुंचाया अस्पताल, बच्चे की हालत स्थिर
alive new born baby found buried in soil : कानपुर देहात के एक गांव में मानवता शर्मसार हुई है. किसी भी माँ ने अगर यह नजारा देखा होगा तो उसका कलेजा फट गया होगा. आखिर कोई इस जिंदा नवजात बच्चे को इस तरह से कैसे मिट्टी के ढेर में गाड़ने का प्रयास कर सकता है. हर जुबान पर एक ही बात आखिर ऐसी क्या थी मजबूरी ? जिसके चलते यह कदम उठाया गया. लेकिन कहते हैं न जाको राखे साइयां मार सके न कोय. यह कहावत आज चरितार्थ हुई..
मूसानगर से ममता हुई शर्मसार, जिंदा नवजात बच्चा गड़ा मिला बगिया में
कानपुर देहात के मूसानगर से यह ह्रदयविदारक और मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां मूसानगर थाना क्षेत्र के पुलंदर गांव स्थित एक बगिया में नवजात जिंदा बच्चा मिट्टी में गढ़ा होने की सूचना पर हड़कम्प मच गया. वहां से गुजर रहे ग्रामीणों की नजर जब मिट्टी में दबे एक नवजात बच्चे पर पड़ी तो देख दंग रह गए. आनन फानन में एम्बुलेंस की मदद से उसे अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया है.
खेत में काम कर रही महिलाओं को सुनाई दी बच्चे की आवाज
जानकारी के मुताबिक पुलन्दर गांव स्थित एक प्राथमिक विद्यालय के आगे रमन वाजपेई की बगिया में ग्रामीणों को नवजात जिंदा बच्चा मिट्टी में गड़ा हुआ मिला. जानकारी पर गांव में हड़कंप मच गया लोगों की भीड़ जुटने लगी. बताया जा रहा है कि यहां खेत में कुछ महिलाएं काम कर रही थी. किसी को कुछ अजीब सी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दे रही थी. जब पास जाकर देखा तो मिट्टी में एक नवजात बच्चा दबा हुआ था. उसके हाथ हिल रहे थे. तत्काल उसे ग्रामीण की मदद से सीएचसी देवीपुर अस्पताल पहुंचाया गया. और पुलिस को सूचना दी गई.
आखिर क्या वजह थी जो दी इस नवजात को ऐसी सजा
जिसने कुछ ही घण्टे पहले इस सुंदर जीवन को देखने के लिए आंखे खोली. लेकिन कलयुगी परिजनों ने आंख खुलने से पहले ही उसे बंद करने का प्रयास किया. आखिर इस नवजात का कसूर क्या था, कौन इतना निर्दयी हो सकता है. उस कलयुगी मां ने आखिर क्यों इस बच्चें को जिंदा मिट्टी मे दफनाने की कोशिश की. जिसने अभी सही से दुनिया भी नही देखा थी. उस मासूम का क्या दोष जो उसे इतनी बड़ी सजा मौत के समान दी है. लेकिन शायद इस बच्चे की सुरक्षा स्वयं भगवान कर रहा था. उसकी किस्मत इतनी बुलंद थीं उसे आखिर जिंदगी मिल गईं.
बच्चे का चल रहा है इलाज जांच में जुटी पुलिस
सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर विकास ने बताया की बच्चे का जन्म लगभग 7 घंटे पहले हुआ है जब बच्चा यहां आया तब उसे सांस लेने में थोड़ी दिक्कत थी. उसे ऑक्सीजन दी गई है मिट्टी में दबे होने की वजह से शरीर में कुछ निशान बन गए हैं जल्द सही हो जाएंगे बच्चे की हालत ठीक है. अभी उसका इलाज किया जा रहा है मूसानगर पुलिस को जानकारी दी गई है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.