Fatehpur News: तीन मासूमों की मां ऐसा सोई कि फिर नहीं उठी ! फतेहपुर में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) के हथगाम थाना क्षेत्र में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. परदेश में रहने वाले पति की गैरमौजूदगी में महिला तीन मासूम बच्चों संग अकेली थी. स्कूल से लौटे बच्चों ने मां को मृत अवस्था में बिस्तर पर पाया. पुलिस जांच कर रही है.

Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले के हथगाम थाना क्षेत्र के पांभीपुर बुधेड़ा गांव में शनिवार की रात एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतका की पहचान किरन देवी (30) के रूप में हुई है. बताया जा रहा है महिला का पति मनीष कुमार पांडेय दूसरे राज्य में नौकरी करता है. महिला गांव में
अपने तीन छोटे बच्चों हर्ष (7) रुही (6) और हरशू (5) के साथ अकेली रह रही थी. शनिवार दोपहर जब बच्चे स्कूल से लौटे तो मां को बिस्तर पर लेटा पाया. कई बार आवाज़ देने और हिलाने पर भी जब वह नहीं उठीं, तो बच्चे भी मां के पास ही सो गए.
रात तक मां को न उठता देख मासूमों ने दी पड़ोसियों को सूचना
रात करीब आठ बजे बच्चों की नींद खुली. जब उन्होंने फिर मां को जगाने की कोशिश की और कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो डरकर पड़ोसियों को बुलाया. पड़ोसी घर पहुंचे तो किरन बिस्तर पर मृत अवस्था में मिलीं. यह देखकर सबके होश उड़ गए. तत्काल मृतका के मायके और पति को सूचना दी गई. सूचना मिलते ही किरन का पति मनीष रविवार दोपहर गांव पहुंचा. मायके से भी परिजन कौशांबी जिले के अलीपुर जीता (बारा) से मौके पर पहुंचे.
संदिग्ध हालत में महिला की मौत, जांच में जुटी पुलिस
थाना प्रभारी विवेक पांडेय ने बताया कि महिला के भाई विवेक पांडेय द्वारा दी गई सूचना के आधार पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. शव पर किसी प्रकार के संघर्ष या बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं. मौत के कारण स्पष्ट नहीं हैं, लिहाज़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
तीन मासूम बच्चों की टूट गई दुनिया, गांव में मातम का माहौल
किरन की मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है. सबसे बड़ी चिंता अब उसके तीन मासूम बच्चों की है जो इस हादसे को समझने की उम्र में नहीं हैं. हरशू, रुही और हर्ष अभी भी मां की याद में कभी दरवाज़े की ओर देखते हैं, कभी बिस्तर की ओर. गांव की महिलाएं उन्हें देख-देखकर रो रही हैं. पति मनीष गहरे सदमे में हैं. एक सामान्य दिन की तरह शुरू हुआ शनिवार, इन तीन बच्चों के लिए ज़िंदगी की सबसे बड़ी त्रासदी बनकर खत्म हुआ.