Fatehpur Thariyav News : फतेहपुर में दबिश देने पहुँचीं लखनऊ पुलिस को चोर चोर कह दौड़ाया
फतेहपुर के थरियांव थाना क्षेत्र अंर्तगत बीती रात संदिग्धों की धरपकड़ करने पहुँचीं लखनऊ की पुलिस को चोर चोर कहकर खदेड़ दिया गया. अब पुलिस पर ही 2.5 लाख की लूट करने के आरोप लग रहे हैं. क्या है पूरा मामला पढ़ें युगान्तर प्रवाह की रिपोर्ट..

हाईलाइट्स
- लखनऊ पुलिस ने की छापेमारी..
- संदिग्धों को पकड़ने अम्बापुर पहुँचीं थी लखनऊ की हसनगंज पुलिस..
- पुलिस पर ही लग गया लूट का आरोप..
Fatehpur News : फतेहपुर के थरियांव थाना क्षेत्र अंतर्गत मंगलवार रात एक अजीबोगरीब मामला हुआ जिसने पुलिस की किरकिरी करा दी है. हालांकि थरियांव पुलिस का साफ कहना है कि आरोपियों ने अपनी बचत के लिए मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं. कहा जा रहा है कि थाना क्षेत्र के आंबापुर में किराए के मकान में रह रहे व्यापारियों के यहां पुलिस की वर्दी पहने कुछ लोग पहुंचे और ढाई लाख रुपए लूट लिए.
पुलिस ने क्या बताया..
थरियांव थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि बीती रात लखनऊ के हसनगंज थाने की पुलिस आंबापुर में संदिग्धों की धरपकड़ करने के लिए पहुंची थी. आरोपियों ने अपनी बचत के लिए चोर चोर कहकर पुलिस वालों को दौड़ा लिया.लूट की बात पूरी तरीके से फर्जी है. उन्होंने बताया आंबापुर के एक मकान में सलीम नाम का युवक जोकि बिजनौर निवासी है अपने 23-24 साथियों के साथ रहता है. ये लोग क्षेत्र में गेहूं, धान आदि की खरीद-फरोख्त करते हैं. सलीम अपराधी है इसके खिलाफ बिजनौर में 4 मुकदमे दर्ज हैं वही इसके साथ रहने वाला एक साथी इनायत जो बाराबंकी निवासी है उसके खिलाफ दर्जन भर से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.
एक आपराधिक वारदात के मामले में लखनऊ की हसनगंज पुलिस मुखबिर की सटीक सूचना पर बीती रात आंबापुर पहुंची थी. जहां दबिश के दौरान इनायत, सलीम सहित 4 लोगों को पुलिस ने उठाया था. लेकिन अन्य साथियों ने हंगामा करते हुए चोर चोर का शोर मचा दिया.जिसके चलते पुलिस बैकफुट पर आ गई.और अपनी जान बचाकर वहां से भागी.थाना अध्यक्ष ने बताया पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी.
हसनगंज पुलिस की एक चूक पड़ी भारी..
मुखबिर की सूचना पर आंबापुर पहुंची हसनगंज पुलिस को एक चूक भारी पड़ गई.पुलिस टीम ने क्षेत्रीय पुलिस को बिना जानकारी दिए दबिस दी. जिसके चलते अब पुलिस की किरकिरी हो रही है एक और जहां संदिग्ध पकड़े भी नहीं गए वहीं दूसरी ओर पुलिस पर ही उल्टा अब ढाई लाख की लूट का आरोप लग रहा है.