
Custodial Death Fatehpur : फतेहपुर पुलिस हिरासत मौत मामले में थानेदार समेत 5 पुलिसकर्मियों पर दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा
फतेहपुर में पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत के मामले में मृतक की मां की तहरीर पर दो नामज़द सहित 3-4 अज्ञात पुलिसकर्मियों के विरुद्ध हत्या, मारपीट, बन्धक बनाना, एससी एसटी एक्ट की गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. आरोपी पुलिसकर्मियों को एसपी ने पहले ही निलंबित कर दिया था.
Fatehpur Custodial Death News : फतेहपुर में पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत के मामले मृतक के मां की तहरीर पर अस्थाई थाना राधानगर प्रभारी सुनील सिंह, चौकी इंचार्ज विकास सिंह समेत पाँच पुलिसकर्मियों पर हत्या, एससी एसटी एक्ट सहित कई गम्भीर धाराओं में सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है.

क्या है मामला..
सदर कोतवाली क्षेत्र के जयराम नगर मोहल्ले में किराए के घर पर रहने वाले सत्येंद्र कोरी (28) मूल रूप से कीर्ति खेड़ा थाना ललौली के रहने वाले थे. सतेंद्र मेडिकल रिप्रेजिंटिव ( MR ) का काम करते थे.एटीएम बदलकर रुपये निकालने के मामले में सत्येंद्र को राधानगर चौकी पुलिस ने पकड़ा था. सतेंद्र पर पहले से कोई मुकदमा नहीं था. Fatehpur Custodial Death Latest News

सूत्र बताते हैं कि पुलिस पिछले चार दिनों से लगातार सतेंद्र से पूछताछ कर रही थी, लेकिन जब कुछ ख़ास हासिल नहीं हुआ तो सतेंद्र को छोड़ने के एवज में परिजनों से तीन लाख रूपये की मांग की थी. रविवार सुबह सतेंद्र की हालत बिगड़ी औऱ मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस ने आनन फानन में मनोज कुमार निवासी जम्मुपुर उमरी थाना कोतवाली फतेहपुर की तहरीर पर धोखाधड़ी का मुकदमा शनिवार रात ( 8 अक्टूबर ) की तारीख़ में मृतक सतेंद्र कुमार और एक अज्ञात के विरुद्ध दर्ज किया. एफआईआर में दर्ज है कि सतेंद्र ने एटीएम बदलकर रुपए निकाले थे.
जेई से भाई ने जताई थी अनहोनी की आशंका..
मृतक के बड़े भाई अरविंद कौशांबी जिले में सिंचाई विभाग में जेई पद पर तैनात हैं.उनके पास फतेहपुर नहर विभाग का अतिरिक्त प्रभार हैं.वह नहर कालोनी के सरकारी आवास में रहते हैं.अरविंद ने बताया कि पुलिस सत्येंद्र को गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे घर से पकड़ ले गई थी.उन्हें शनिवार को पता लगा तो वह भाई से दोपहर करीब 12 बजे मिलने पहुंचा.उससे मिलने नहीं दिया गया.दूसरी बार तीन बजे चौकी मिलने पहुंचा. Custodial Death In UP
मोबाइल पुलिस कर्मियों ने जमा कराने के बाद मुलाकात कराई।भाई ने उसे बताया कि वह निर्दोष है.किसी एटीएम धोखाधड़ी के मामले में पकड़ना बता रहे हैं.भाई से मिलकर बाहर निकला तो एक दरोगा ने तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी.धमकी दी कि रुपये नहीं देने पर 18 मामले एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी के हैं.इन सभी में सत्येंद्र को जेल भेजा जाएगा. Total Custodial Death In UP
करीब रात 10 बजे एक अंजान नंबर से फोन आाया.ट्रूकालर एप पर नंबर किसी मुकुल त्रिपाठी का दिख रहा था.उस नंबर से भाई ने बातचीत की.भाई बोला कि उसके साथ गलत होना महसूस हो रहा है.उसने भाई को आश्वासन दिया कि वह सुबह आएगें. सब कुछ ठीक हो जाएगा.मैं दोबारा उससे मिल पाता उसके पहले पुलिस ने सुबह करीब 10 बजे भाई के मौत की सूचना दे दी.
