Biparjoy Cyclone In Fatehpur: फतेहपुर में बिपरजॉय चक्रवात का असर, किसानों के लिए कैसा रहेगा इसबार का मानसून जाने
Biparjoy Cyclone का असर यूपी के फतेहपुर में भी दिखाई पड़ेगा. गुजरात के तटीय क्षेत्रों में गुरुवार शाम चक्रवात 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से टकाएगा जिसका असर यूपी सहित अन्य राज्यों में पड़ने की संभावना जताई जा रही है. IMD ने इसके लिए पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है.
हाईलाइट्स
- फतेहपुर में बिपरजॉय चक्रवात का असर शुक्रवार को तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना
- फतेहपुर में लग रहा है एल नीनो अपेक्षा से कम होगी बारिश
- किसान भाई धान की खेती के पर्याप्त संसाधन होने पर ही लगाए बेहन
Biparjoy Cyclone In Fatehpur Mansoon: बिपरजॉय चक्रवात का असर यूपी सहित अन्य राज्यों में दिखाई पड़ने की संभावना है. गुरुवार गुजरात के तटीय क्षेत्रों में 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ये टकराएगा. आईएमडी (IMD) ने इस चक्रवात को लेकर उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया है. हालाकि कानपुर मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन सुनील पांडे ने अनुसार गुजरात के तटीय क्षेत्रों में इसके टकराने के बाद चक्रवात Biparjoy की दिशा किस ओर मुड़ती है यह उसपर निर्भर करता है.
फतेहपुर में कितना असर होगा बिपरजॉय चक्रवात का (Biparjoy Cyclone In Fatehpur)
फतेहपुर में बिपरजॉय चक्रवात का कितना असर होगा इसके लिए युगान्तर प्रवाह ने कृषि मौसम विज्ञानी वसीम खान से खास बातचीत की उन्होंने बताया कि 16 तारीख शुक्रवार को जनपद की कुछ जगहों पर तेज़ अंधड़ या आंधी के साथ हल्की बारिश की संभावना रहेंगी. उन्होंने कहा कि बिपरजॉय (Biparjoy) चक्रवात का असर जनपद में हल्का रहेगा. आपको बतादें कि प्रदेश में लगातार मौसम में परिवर्तन देखने को मिल रहा है. आईएमडी ने पूरे यूपी में इसके लिए अलर्ट भी जारी कर दिया है लगातार तापमान में वृद्धि और हीट स्ट्रोक से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है.
फतेहपुर में किसानों के लिए कैसा रहेगा मानसून (Fatehpur Mansoon Updates)
फतेहपुर में धान की खेती के लिए इस बार का मानसून किसानों के लिए अच्छा नहीं रहेगा. पिछले वर्षों की तुलना में इस साल कम बारिश की संभावना जताई जा रही है. कृषि मौसम विज्ञानी वसीम खान ने बताया कि तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है और धान की बेहन (पौध रोपण) के लिए 30 से 35 सेंटीग्रेड का तापमान उपयुक्त होता है. उन्होंने कहा कि कई वर्षो से टेंप्रेचर बढ़ा हुआ है लेकिन उसके बावजूद 40 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान से अधिक धान की खेती के लिए नुकसान देय है. वसीम खान ने बताया कि इस समय जनपद का अधिकतम तापमान 43 से 44 डिग्री सेंटीग्रेड है जो खेती के लिए उपयुक्त नहीं है.
फतेहपुर में इसबार कम होगी बारिश (Rain In Fatehpur UP)
कृषि मौसम विज्ञानी वसीम खान ने बताया कि इस बार जनपद में एल नीनो (El Nino) की वजह से अपेक्षा से कम बारिश होगी. उन्होंने कहा कि इस बार जुलाई अंत से अगस्त माह में मध्यम से अधिक बारिश होगी लेकिन पिछले वर्षों की तुलना में इस साल कम बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. उन्होंने कहा कि किसानों के पास खेती के पर्याप्त संसाधन होने पर ही धान की बेहन लगाए.