
Ayodhya News: अतिथियों को दिया जाएगा ये विशेष प्रसाद ! प्रसाद के डिब्बे में अयोध्या की झलक, 'तुलसी दल' और 'राम दीया' भी मौजूद
श्री राम प्रसाद अयोध्या
राम लला प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha) की सभी तैयारी पूरी हो चुकी है. इन समारोह में आने वाले अतिथियों को विशेष डिब्बे (Special Packet) में प्रसाद (Prasad) मिलेगा. प्रसाद में इलायची दाना भी दिया गया है. आने वाले अतिथियों को दिया जाने वाला यह प्रसाद बहुत खास होगा. मन्दिर ट्रस्ट में 15 हज़ार प्रसाद के पैकेट्स तैयार कराए हैं.

सभी के मन और दिलो में एक ही नाम राम
मेरे राम आये हैं, मेरे भगवान आये हैं. आज घर-घर दीवाली मनाई जाएगी. अयोध्या में जब प्रभू की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha In Ayodhya) होगी, तब सबकी नजर उस समय पर टिकी होगी. हर कोई इस पल को अपने मन और दिलों में बसा लेना चाहेगा. राम लला की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha) आज होगी. ऐसे में पूरी अयोध्या नगरी राममय हो चुकी है. हर तरफ सुंदर अद्भुत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां की गूंज है फूलों की सजावट है. राम लला के मंगल गीत (Auspicious Songs) गाए जा रहे हैं. ऐसे में अतिथियों का आना भी कुछ देर बाद शुरू हो जाएगा. मन्दिर ट्रस्ट ने अतिथियों को देने के लिए खास प्रसाद के पैकेट्स तैयार कराए हैं. चलिए जानेंगे इन पैकेट्स में क्या-क्या है.
अतिथियों को खास प्रसाद के पैकेट्स
इन पैकेट्स में विशेष प्रसाद (Special Prasad) है. इसमें खास तौर पर रामदाने की चिक्की, मेवे के लड्डू, रेवड़ी, एक जगह अक्षत और रोली भी है. इसकी पैकिंग बहुत सुंदर (Nice Packing) है. विशेष पैकिंग के साथ यह पैकेट आये हुए अतिथियों को दिया जाएगा. पैकेट में नवीन मन्दिर की झलक दिखाई देगी. इस पैकेट में 'तुलसी दल और इलायची दाना' भी होगा. तुलसी दल भगवान श्री हरि को अतिप्रिय है. यह पैकेट्स विशेष रूप से तैयार कराया गया है.

15 हज़ार पैकेट्स कराए गए तैयार
मन्दिर ट्रस्ट (Mandir Trust) की ओर से 15 हज़ार पैकेट्स तैयार कराए गए है. समारोह में आने वाले अतिथियों (Guests) को यह प्रसाद दिया जाएगा. प्रसाद के डिब्बे का रँग केसरिया (Saffron) है. वर्तमान में भी भक्तों को रामलला के दर्शन करने में इलायची दाना दिया जाता रहा है. 'रक्षा सूत्र व राम दिया' भी डिब्बे में होगा. हनुमानगढ़ी का 'लोगो' भी है जिसपर चौपाई लिखी हुई है. प्रसादम अयोध्या लिखा हुआ है. इसके साथ ही नूतन प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा का भी जिक्र है.
राम नाम रति, राम गति, राम नाम बिस्वास
सुमिरत सुभ मंगल कुशल, दुहुँ दिसि तुलसीदास
