Up Cm Yogi Adityanath: गाजियाबाद में प्लेन से उतरते ही आंखों में होने लगी जलन ! योगी ने AIR POLLUTION पर जताई चिंता
- By युगान्तर प्रवाह संवाददाता
- Published 03 Nov 2023 08:20 PM
- Updated 03 Dec 2023 02:37 PM
Yogi Adityanath: दिल्ली-एनसीआर के बढ़ते एयर प्रदूषण को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी गहरी चिंता व्यक्त की है. खराब क्वालिटी इंडेक्स के लिए पंजाब व हरियाणा पर आरोप लगाए हैं. सीएम का कहना है कि दिल्ली जाते वक्त जब गाजियाबाद में उतरा तो प्लेन से बहार आते वक्त आंखों में जलन होने लगी. मुझे एहसास हुआ यह धुंध के कारण है. सीएम ने यह बात गोरखपुर में दिग्विजयनाथ पीजी कालेज में चल रहे दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान कही.
हाइलाइट्स
दिल्ली-एनसीआर की खराब हवा पर सीएम योगी ने जताई चिंता
गोरखपुर में एक कॉलेज में कार्यक्रम के दौरान प्रदूषण पर बोले सीएम
गाजियाबाद उतरते वक्त आंखों में होने लगी जलन, नासा से कराई जांच सामने ये राज्य आये लाल घेरे में
CM Yogi expressed concern over air pollution : दिल्ली- एनसीआर की आबोहवा चिंताजनक हो गयी है. आंखों में जलन, सांस लेने में लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. खुद इस बात को सीएम योगी (Yogi Adityanath) भी महसूस करते हैं.उनके साथ भी गाजियाबाद में धुंध की वजह से ऐसा हुआ. जिस पर उन्होंने गहरी चिंता व्यक्त की है. फिर सीएम ने जब मोबाइल पर नासा द्वारा सेटेलाइट इमेज की जांच कराई तो हैरान कर देने वाली हकीकत सामने आई.
सीएम योगी ने खराब प्रदूषण पर जताई चिंता
उत्तर प्रदेश के मुख्यामंत्री योगी आदित्यनाथ ने एयर पॉल्यूशन पर गहरी चिंता व्यक्त की है. खुद उनको इस खराब पॉल्यूशन का शिकार होना पड़ गया. दरअसल सीएम योगी दिल्ली जाते वक्त गाजियाबाद उतरे, जब प्लेन से बाहर आये तो उनकी आंखों में जलन शुरू हो गयी. उन्हें महसूस हुआ कि यह धुंध को वजह से है. नासा से खराब क्वालिटी इंडेक्स की जांच कराई तो ये दो राज्य लाल घेरे में दिखाई दिए. जिसपर सीएम ने हैरानी जताई है.
पंजाब व हरियाणा लाल रंग में घिरा हुआ
औद्योगिक प्रदूषण व पराली जाने वाले क्षेत्रों की हकीकत जानने के लिए जब नासा के सेटेलाइटस द्वारा जांच कराई तो सामने आया कि पंजाब व हरियाणा लाल रंग के घेरे में छाया हुआ था. यह पराली जाने का संकेत था. सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण के मामले में इन राज्यो को नोटिस जारी किया था.
जिसमें हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और यूपी है. पराली जलाने की वजह से दिल्ली गैस का चेंबर बनती जा रही है. यह जरूरी नहीं यूरोप का मॉडल यूपी में कारगर हो. तकनीकी की आवश्यकता है, अब पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए प्राचीन देसी पद्धतियों से जोड़कर इसे आगे बढ़ाना होगा.
पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और संस्थानों के साथ समाज की भी जिम्मेदारी है कि वह पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आए. उसके अनुकूल प्रौद्योगिकी अपनाए. इसके लिए नई प्रौद्योगिकी को देसी तकनीकी से जोड़कर जैव परिस्थिति के अनुकूल बनाकर अपनाना होगा. इसमें सबको आगे आना होगा जिससे पर्यावरण को बेहतर रखा जा सके.
एनसीआर में ग्रेप-3 लागू (Delhi NCR Air Pollution)
शुक्रवार को नोएडा का एक्यूआई 388 था और पीएम 10 का कंसंट्रेशन 377 थी, दोनों 'बहुत खराब' श्रेणी के अंतर्गत थे. ग्रेटर नोएडा का भी ऐसा ही कुछ हाल है. गाजियाबाद के हाल भी खराब होते जा रहे हैं. उधर केंद्रीय वायु प्रदूषण आयोग ने समस्त एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान-3 लागू कर दिया है. ग्रेप-3 के लागू होते ही निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है.
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