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Kanpur News : नाइजीरिया से रिहा होकर मर्चेंट नेवी अफसर रोशन लौटे घर, भावुक हुई मां कहा-मोदी है तो मुमकिन है

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नाइजीरिया में पिछले 10 महीने से कैद मर्चेंट नेवी अफसर रोशन अरोड़ा अपने शहर कानपुर पहुंचे. कई महीनों से रोशन की आस में माता-पिता और बहन ने कितनी राह तकी है. इस बार जैसे ही फोन पर रोशन ने घर आने की सूचना दी परिजनों और मोहल्ले में खुशी की लहर दौड़ गई. वही घर पहुंचकर रोशन ने कहा मोदी हैं तो मुमकिन है.

हाइलाइट्स

नाइजीरिया की कैद से रिहा होकर कानपुर पहुंचे नेवी अफसर रोशन अरोड़ा

10 माह पहले 26 क्रू मेंम्बर को नाइजीरिया नेवी ने बनाया था बन्धक
घर लौटने पर शहर में खुशी का माहोल, कहा मोदी है तो मुमकिन है

Navy officer Roshan reached his home : कानपुर के गोविंद नगर निवासी मनोज अरोड़ा के पुत्र रोशन अरोड़ा मर्चेंट नेवी में अफसर हैं, मुम्बई से पिछले वर्ष अपने सदस्यों के साथ 2022 में जहाज से तेल लाने निकले थे,नाइजीरिया के पास पहुंचते ही जहाज को वहां की नेवी ने रोक लिया,और रोशन समेत 26 सदस्यों को इक्वेटोरियल गिनी पोर्ट में बंधक बना लिया गया.फिर सभी को नाइजीरिया नेवी को सौंप दिया गया, सरकार के प्रयासों के बाद रोशन वहां की कैद से रिहा हुए और शहर पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया.

 

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रोशन को देखते ही माँ-बहन के छलछला पड़े आंसू

कानपुर गोविंद नगर लेबर कॉलोनी निवासी मनोज अरोड़ा व सीमा अरोड़ा के बेटे रोशन अरोड़ा मर्चेंट नेवी में अफसर है, पिछले 10 महीने से वह और उसके 26 क्रू सदस्यों को नाइजीरिया में बंधक बना लिया गया था,जब सूचना मिली कि रोशन को रिहा कर दिया गया है और वह अपने घर की ओर निकल दिए है, मानो पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गयी, माता-पिता और बहन के आंसू छलछला पड़े और एक टक बस रोशन के इंतजार में लगी रहीं ,शाम को घर पर रोशन के पहुंचते ही मोहल्ले वालों व परिजनों ने ढोल,नगाड़ों व माला पहनाकर रोशन का जोरदार स्वागत किया,माँ ने दौड़कर बेटे को गले लगाया यह देख सभी के आंसू निकल पड़े.तो बहन भी अपने आप को रोक न सकी और रोते हुए भाई के गले लग गई.

रोशन ने बताए वो दहशत के दिन

रोशन अरोड़ा के मुताबिक वर्ष 2018 से सहायक अधिकारी के पद पर तैनात हुए थे, बताया जा रहा है अगस्त 2022 में उनका जहाज अन्य सदस्यों के साथ तेल लाने निकला था ,इस जहाज पर 16 भारतीय समेत 26 सदस्य मौजूद थे, नाइजीरिया के पास पहुंचते ही जहाज को वहां की नेवी ने रोक लिया गया, जहां इक्वेटोरियल गिनी पोर्ट पर जहाज पर मौजूद सभी 26 क्रू सदस्यों को बंधक बना लिया. पहले बताया गया कि जल्द ही सब को छोड़ दिया जाएगा, लेकिन 3 माह तक बंधक बनाए रखा और यह बताया गया कि नाइजीरिया नेवी को सभी को सौंप दिया जाएगा, यह सुन सभी दहशत में आ गए,मुझे गन पॉइंट पर रखा गया था,सभी के मोबाइल छीन लिए गए थे.उम्मीद मानो खत्म सी लग रही थी, लेकिन भारत सरकार व नेवी के अधिकारियों के प्रयासों की बदौलत 28 मई को नाइजीरिया कोर्ट ने बन्धक क्रू सदस्यों को क्लीन चिट दे दी.,और सभी को रिहा कर दिया गया. फिर हम सभी अपने वतन की ओर निकल पड़े.

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घर पर मनी दीवाली

घर पहुंचकर रोशन ने भारत सरकार का शुक्रिया किया और कहा मोदी हैं तो सब कुछ मुमकिन है.माँ, बहन के खुशी के आंसू निकल रहे थे और कहा कि हमारा घर तो आज रोशन हुआ है, आज ही हमारे यहां दिवाली है. इस अवसर पर जन प्रतिनिधि समेत ,विधायक भी मौजूद रहे.


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