ISRO Aditya L1 Mission 2023: चन्द्रयान 3 की सफलता के बाद अब 'आदित्य' की बारी ! सूर्य मिशन को लेकर ADITYA L-1 कल होगा लांच
चन्द्रयान 3 की सफलता के बाद अब इसरो की नजर सूर्य पर है.शनिवार को आदित्य एल 1 आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी से 11 बजकर 50 मिनट पर लांच किया जाएगा.यह सूर्य का अध्ययन करने वाला देश का पहला मिशन होगा.
हाईलाइट्स
- इसरो कल श्रीहरिकोटा से करेगा आदित्य एल 1 लांच,पहले सूर्य मिशन पर नज़र
- आदित्य एल 1 करेगा सूर्य का अध्ययन,सूर्य पर नहीं उतरेगा
- सूर्य की गतिविधियों की जानकारी लेगा, और सूर्य के बाहर गैस का वातावरण की स्टडी करेगा
ISRO will launch the first Sun mission Aditya L1 : बीते दिनों चंद्रयान-3 का दम पूरी दुनिया ने देखा और जिस पर चंद्रमा की सतह पर पहुंचने वाला भारत चौथा देश बन गया. अब एक बार फिर भारत के इसरो के वैज्ञानिकों की नजर सूर्य पर है. कल शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से आदित्य एल 1 लॉन्च किया जाएगा. जो सूर्य की स्टडी करेगा और कई महत्वपूर्ण जानकारी मुहैया कराएगा,चलिए आपको बताते हैं आदित्य एल 1 किस तरीके से सूर्य का अध्ययन करेगा.
कल श्रीहरिकोटा से लांच होगा आदित्य एल-1
चंद्रयान-3 की सफलता के बाद इसरो के वैज्ञानिकों ने अब सूर्य की तरफ देखना शुरू कर दिया है जहां शनिवार को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी से आदित्य एल 1 लांच किया जाएगा. यह सूर्य का अध्ययन करने वाला देश का पहला पहला मिशन होगा. सोशल मीडिया के एक्स पर पोस्ट करते हुए ग्राफ के जरिये जानकारी दी गई. आदित्य एल 1 पृथ्वी से 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर सूर्य की ओर रहेगा .
एल1 सूर्य के बारे में देगा अहम जानकारी
आदित्य एल 1 सूर्य के बाहरी गैस के वातावरण का अध्ययन करेगा. आदित्य एल- 1 ना तो सूर्य पर उतरेगा और ना ही उसके समीप आएगा.इसरो ने दो ग्राफ के जरिए इस मिशन की जानकारी दी है.आदित्य एल-1 मिशन सूर्य से पृथ्वी की ओर आने वाले सौर तूफानों का निरीक्षण करेगा. मल्टी-वेवलेंथ में सौर पवन की उत्पत्ति का अध्ययन करना है. और अंतरिक्ष मौसम पर प्रभाव की भी स्टडी करेगा.
लेन्ग्रेज पॉइंट तक पहुंचने में करीब 4 माह का लगेगा समय
आदित्य को एल 1 लेंग्रेंज पॉइंट तक पहुंचने में करीब 4 माह का समय लगेगा.अबतक वैज्ञानिक सूर्य की स्टडी ऑब्जर्वेटरी में लगी दूरबीन के जरिये कर रहे थे.अब एल 1 के जरिये आगे सूरज के अहम राज़ सामने आ सकते हैं.इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया है कि इस मिशन में करीब 125 दिन लगेंगे.लॉन्चिंग से पहले इसरो चीफ ने तिरुपति के सुलुरुपेटा में श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में दर्शन किये.चन्द्रयान 3 की सफलता के लिए भी चीफ दर्शन करने पहुंचे थे.