फ़तेहपुर:प्रेरणा ऐप के विरोध में सड़क पर उतरे हजारों की संख्या में शिक्षक..नहर कॉलोनी से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च.!
यूपी सरकार द्वारा प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के लिए लांच किया गया प्रेरणा ऐप का लगातार विरोध शिक्षकों द्वारा किया जा रहा है..कई जिलों में जुलूस व धरना प्रदर्शन लगातार शिक्षकों द्वारा जारी है..फतेहपुर में भी आज शिक्षकों ने नहर कालोनी में धरना दिया..पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट।
फतेहपुर:प्रेरणा ऐप के विरोध में शिक्षको का प्रदर्शन लगातार जारी है।शुक्रवार को बड़ी संख्या में शिक्षक नहर कालोनी में इकट्ठा होकर धरने में बैठे।दोपहर बाद तक चले धरने के बाद शिक्षकों ने नहर कालोनी से लेकर कलक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला।हजारों की संख्या में सड़क पर शिक्षकों के उतर जाने से कुछ देर तक पटेल नगर से कलक्ट्रेट तक भारी जाम लग गया।
क्या कहा शिक्षकों ने..?
प्रेरणा ऐप के विरोध में सड़क उतरे शिक्षकों ने कहा कि इसका हर हाल में विरोध होगा और इसे किसी भी कीमत में सरकार द्वारा लागू नहीं होने दिया जाएगा चाहे इसके लिए जितना भी संघर्ष करना पड़े।युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए शिक्षक नेता अनुराग कुमार मििश्रा ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा को निजी हांथो में देना चाह रह है और यह प्रेरणा ऐप उसी दिशा में उठाया गया एक कदम है।
उन्होंने कहा कि सरकार के इस ऐप का विरोध नहीं है लेक़िन इसको लागू करने से पहले सरकार हमारी बारह सूत्री मांगों को पूरा करना चाहिए जिसकी मांग हम लोगों द्वारा बहुत पहले से की जा रही है।साथ ही साथ शिक्षण कार्यों से इतर शिक्षकों से क़रीब 52 तरह के अन्य कार्य जैसे जनगणना,बालगणना पोलियो आदि लिए जाते हैं वो बन्द होना चाहिए।
शिक्षक नेता विजय त्रिपाठी ने भी युगान्तर प्रवाह से बातचीत के दौरान कहा कि प्रेरणा ऐप का पूरे शिक्षक पुरजोर विरोध कर रहे हैं और आगे भी करेंगे उन्होंने कहा कि प्रेरणा ऐप केवल शिक्षकों के ऊपर ही क्यों इसको सांसद,विधायक, मंत्रियों और अन्य विभागों में लागू करना चाहिए क्योंकि कई बार सदन की कार्यवाही चलती रहती है और सांसद,विधायक गायब रहते हैं।शिक्षक नेता ने कहा कि प्राथमिक के शिक्षकों के ऊपर प्रेरणा ऐप लागू करके सरकार ने हम लोगों को समाज मे चोर साबित करने का प्रयास किया है।
समझ ले आख़िर क्या है प्रेरणा ऐप..
योगी सरकार द्वारा प्राथमिक स्कूलों में तैनात शिक्षकों के लिए एक ऐप लॉन्च किया गया है जिसका नाम है प्रेरणा ऐप इस ऐप के माध्यम से शिक्षकों को दिन में तीन बार विद्यालय समय मे बच्चों के साथ अपनी अपनी सेल्फी भेजनी है।तीनों बार सेल्फी भेजने का अलग अलग समय निर्धारित किया गया है।यदि उस समय के बीच में कोई शिक्षक अपनी सेल्फी नहीं भेज पा रहा है तो उसको अनुपस्थित माना जाएगा।