Kanpur News: मुस्लिम युवती ने ओढ़ लिया भगवा ! भड़क गए शहरकाज़ी, कहा वहीं से मांग लो मदद
कानपुर से बड़ा ही अजीबोग़रीब मामला सामने आया है. यहां रहने वाली मुस्लिम युवती अपने ऊपर हो रहे ज़ुल्म को लेकर सीएम के जनता दरबार पहुंची थी, वहां से प्रभावित होकर उसने भगवा हिजाब ओढ़ लिया. भगवा ओढ़ने के बाद शहरकाज़ी से मदद मांगने गयी तो उसे धमकी दे डाली. फिर पीड़िता गेरुआ दुपट्टा ओढ़कर ही पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंच गई. जहां उसने न्याय की गुहार लगाई है.
भगवा ओढ़ मुस्लिम युवती पहुंची पुलिस से गुहार लगाने
कानपुर में मुस्लिम युवती ने अपने ऊपर हो रहे अन्याय व अत्याचार को देखते हुए भगवा धारण कर लिया तो शहरकाज़ी ने डंडा दिखाकर उसे भगा दिया. पीड़िता ने शहरकाज़ी अब्दुल कुद्दुस हाजी पर गम्भीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता न्याय की आस लिए शनिवार को गेरुआ दुपट्टा ओढ़कर पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंची थी.
दरअसल मूलगंज क्षेत्र में रहने मुस्लिम युवती का आरोप है कि वह अपनी माँ के साथ रहती है. पिता सऊदी में सुनार का काम करते हैं. वह मेरे लिए कई जेवर छोड़ गए थे. जिसे मेरे भाइयों ने हड़प लिया. उसने यह भी बताया कि भाई उसे मारते-पीटते हैं. इसके साथ ही गली-मुहल्लों से निकलना दूभर हो गया है. यहां लड़के गंदी फब्तियां कसते हैं. सभी परेशानियों को देखते हुए युवती शहर काजी के पास पहुंची थी जहां उनकी ओर से आश्वासन मिला कि तुम्हारी हर प्रकार से मदद की जाएगी.
दोबारा पहुंची तो देख भड़क गए शहरकाज़ी
कुछ दिनों बाद दोबारा वह कुलीबाजार स्थित मस्जिद में शहरकाज़ी से मिलने पहुंची. आरोप है शहरकाज़ी उसे देखते ही भड़क गए और मारने के लिए डंडा उठा लिया. दरअसल पीड़िता का कहना है कि शहरकाज़ी दोबारा इसलिए भड़क गए क्योंकि वह 2022 में सीएम जनता दरबार में शिकायत लेकर गेरुआ हिजाब पहनकर पहुंची थी. पीड़िता का कहना है कि जनता दरबार में अपनी बात रखी जिससे प्रभावित होकर युवती ने यह भगवा दुपट्टा ओढ़ लिया. युवती का कहना है कि इससे मुझे अपनी सुरक्षा का एहसास भी होता है. युवती का आरोप है कि गेरुआ हिजाब को देखकर ही शहरकाज़ी अपना आपा खो बैठे और यह तक कह डाला कि तुम यहाँ से चली जाओ और वहीं से मदद मांगो. यही नहीं परिवार से बेदखल करने का दबाव भी बनाया.
भाइयों ने खाना-पीना पहनना ओढ़ना सब छीन लिया
पीड़िता का कहना है कि इस कड़ाके की सर्दी में भाइयों ने कम्बल,स्वेटर सब छीन लिया है. पानी-खाना भी बाहर से लाकर खाना पड़ रहा है. जिसके बाद पीड़िता गेरुआ दुपट्टा ओढ़कर पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंची और उसने अपना शिकायत पत्र दिया है. हालांकि अबतक उसे वहां से न्याय का आश्वासन नहीं मिला है.
आरोपों को शहरकाज़ी ने बताया गलत
उधर इस पूरे मामले में शहरकाज़ी अब्दुल कुद्दुस हाजी ने कहा कि यह सभी आरोप गलत है बेबुनियाद हैं. इसमें किसी तरह की सच्चाई नहीं है. उनका कहना है कि मैंने गेरुआ वस्त्र को लेकर कोई टिप्पड़ी नहीं की है. फिलहाल शहरकाज़ी ने युवती द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार दिया है.