कानपुर निकाय चुनाव 2023 : बीजेपी के ये ग्यारह प्लेयर बिगाड़ सकते हैं अन्य पार्टियों का गणित,जानिए
उत्तरप्रदेश नगर निकाय चुनावों में सियासी गर्मियां तेज है, हर तरफ प्रत्याशियों का प्रचार जारी है, वही बात की जाए कानपुर निकाय चुनाव की तो तो हर बार कानपुर में प्रत्याशियों को लेकर उठापठक की जाती है ,इस बार बीजेपी ने भी मास्टर कार्ड खेलते हुए 11 मुस्लिम पार्षद पद के प्रत्याशियों को चुनाव में उतारा है ये पहली दफा कानपुर में हुआ है.
हाईलाइट्स
- कानपुर निकाय चुनाव में बीजेपी का बड़ा दांव
- 11 मुस्लिम पार्षद पद के प्रत्याशियों को उतारा मैदान में
- कानपुर में 11 मई को दूसरे चरण में होना है चुनाव
BJP played Mastercard regarding 11 Muslim candidates : कानपुर में निकाय चुनाव बड़ा ही दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है क्योंकि अब बीजेपी ने भी अपनी ओर से 11 मुस्लिम पार्षद प्रत्याशियों को मैदान पर उतारकर सबकी हलचल बढ़ा दी है, हर खेमे में यह चर्चा जोरों से है कि इस बार का निकाय चुनाव किस करवट लेगा.
11 पार्षद पद पर बीजेपी ने मैदान में उतारे मुस्लिम प्रत्याशी
सपा, कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद प्रत्याशी मैदान में आ चुके है इस बार सबसे दिलचस्प निकल कर जो सामने आई है वो है बीजेपी का गणित ,कहीं न कहीं मुस्लिम वोट बैंक बढ़ाने का उद्देश्य लेकर उनके जेहन में ये बात जरूर होगी कि मुस्लिम वोट बैंक को कैसे बढ़ाया जाए तो इस बार बीजेपी ने 110 वार्डों में से 11 मुस्लिम कैंडिडेट मैदान में उतार दिए ,जिसके बाद शहर में चर्चाएं जोरो पर है कि इस मास्टरकार्ड के पीछे बीजेपी का क्या मकसद हो सकता है.ये पहली बार हुआ है कि बीजेपी ने 11 मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में उतारा है.
क्या इस बार सपा और बीजेपी में है टक्कर
फिलहाल चर्चाएं ये भी है कि इस बार के निकाय चुनाव की सीधी टक्कर सपा और बीजेपी की है, हालांकि कांग्रेस भी अपने कदम बढ़ा रही है , फिलहाल बीजेपी ने इस तरह का दांव खेल अन्य पार्टियों के खेमे में हलचले जरूर बढ़ा दी है, उधर कहीं न कहीं मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रो में नाराजगी जरूर है, जिसका असर भाजपा पर पड़ सकता है.
लेकिन इस बार बीजेपी का ये गणित कुछ हद तक जरूर मुस्लिम वोट को बांटने का काम कर सकता है, खैर ये तो आने वाली 13 मई निर्णय करेगी कि ऊंट किस करवट बैठेगा,उधर बीजेपी ने मेयर प्रत्याशी दोबारा रिपीट किया है तो वही सपा की ओर से सपा विधायक की पत्नी प्रत्याशी है वही कांग्रेस ने भी ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए नया चेहरा मैदान में उतारा है, अब देखना यह दिलचस्प होगा कि बीजेपी का यह गणित इस चुनाव पर क्या प्रभाव डाल सकता है.