Fatehpur UP News: पहले ही लिख गई थी अभय के जीत की पटकथा
जिला पंचायत अध्यक्ष पर शनिवार को वोट डाले गए औऱ तीन बजे से वोटों की गिनती करके परिणाम घोषित कर दिए गए. फतेहपुर से भाजपा समर्थित उम्मीदवार अभय प्रताप सिंह भारी अंतर से चुनाव जीत ज़िले के प्रथम नागरिक बने. Fatehpur UP News Fatehpur Zila Panchayat Adhyaksh Chunav Result 2021

Fatehpur UP News: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत हुई प्रदेश में एकतरफ़ा भाजपा समर्थित उम्मीदवार चुनाव जीते हैं।फतेहपुर में भी भाजपा समर्थित प्रत्याशी अभय प्रताप सिंह उर्फ़ पप्पू सिंह (Fatehpur Abhay Pratap Singh Bjp ) ने एकतरफ़ा मुकाबले में भारी अंतर से जीत दर्ज की है।Fatehpur Zila Panchayat Adhyaksh Chunav 2021
46 जिला पंचायत सदस्यों वाली फतेहपुर सीट पर अभय सिंह को 41 वोट मिले हैं वहीं सपा की संगीता राज पासवान को मात्र पाँच जिला पंचायत सदस्यों का वोट प्राप्त हुआ।
एकतरफ़ा रहा मुकाबला..
इस बार के फतेहपुर जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को शुरू से एकतरफ़ा ही कहा जा रहा था क्योंकि अभय सिंह के समक्ष कोई भी मजबूत दावेदार उतरने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।लेकिन बीजेपी के अंदर से ही कुछ कद्दावर नेताओं ने अभय को चुनौती देने की कोशिश की थी।लेकिन हाईकमान से मिली चेतावनी के चलते उनको क़दम पीछे खींचने पड़े। Fatehpur Zila Panchayat News
सपा से मुकाबले की उम्मीद थी लेकिन विपिन यादव के परिवार ने भी क़दम पीछे खींच लिए औऱ सपा ने खागा विधानसभा क्षेत्र की सपा नेत्री संगीता राज को प्रत्याशी घोषित कर दिया।जिसके बाद ही यह एकदम साफ़ हो गया था कि सपा ने केवल खाना पूर्ति के लिए यहाँ से चुनाव लड़ रही है।
फ़ेल हो गई विरोधियों की रणनीति..
जिला पंचायत अध्यक्ष के पिछले चुनाव में सपा की सरकार थी।भाजपा ने अभय प्रताप सिंह की पत्नी निवेदिता सिंह को प्रत्याशी बनाया था।अभय प्रताप सिंह औऱ उनके भाई उदय प्रताप सिंह उर्फ़ मुन्ना की कुशल चुनावी रणनीति औऱ धनबल के आगे जगनायक यादव परिवार को तगड़ी शिकस्त मिली थी औऱ निवेदिता सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष बनी।
इस बार के चुनाव में सीट अनारक्षित हुई तो टेनी से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर अध्यक्ष के दावेदार बने अभय प्रताप सिंह उर्फ़ पप्पू सिंह की राह में बीजेपी के ही कुछ कद्दावर नेताओं ने शुरुआत में रोड़ा बनने की कोशिश की लेकिन लखनऊ से मिली चेतवानी के बाद अंततः भारी मन से उन कद्दावरों को पार्टी प्रत्याशी का साथ देना पड़ा।
कहां गए सत्ताईस..
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष विपिन यादव औऱ प्रत्याशी संगीता राज पासवान 27 जिला पंचायत सदस्यों के समर्थन का दावा कर रहीं थीं।एक दर्जन से ज्यादा सपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य इस बार चुनाव भी जीते थे।पार्टी नेताओं का दावा था कि उन्होंने 27 सदस्यों को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समझ प्रस्तुत भी किया था।लेकिन पाँच को छोड़कर सारे सदस्य वोट देते वक्त अभय प्रताप सिंह के पाले में चले गए।
सपा के वरिष्ठ नेता व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य संतोष द्विवेदी ने जिला पंचायत के चुनाव परिणामों पर कहा कि एक बार फ़िर से यह बात साफ़ हो गई कि राजनीति किस स्तर तक गिर गई है, उन्होंने कहा कि जो लोग आज सत्ता में हैं जब वह विपक्ष में होते थे तो इस ख़रीद फ़रोख़्त की राजनीति का विरोध करते थे।तब वह भ्रष्टाचार का आरोप लगाते थे औऱ कहा करते थे कि जब हम सत्ता में आएंगे तो जिला पंचायत अध्यक्ष औऱ ब्लाक प्रमुखों का चुनाव जनता से कराएंगे लेकिन वही जब सत्ता में आये तो भ्रष्टाचार के अटूट कीर्तिमान बना डाले।
संतोष द्विवेदी ने कहा कि इन चुनाव में जिस तरह से सत्ता का दुरुपयोग, धनबल, बाहुबल के बल पर लोकतंत्र का वीभत्स रूप दिखाई पड़ा है।अगर भाजपा को अभी भी पुरानी बात याद आ जाए तो अभी भी इसे बंद कर दें औऱ ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव को जनता से करा दें।