फतेहपुर राधानगर कांड:क्या हत्या ही था मकसद गुमराह करने के लिए की गई चोरी.कहां तक पहुँचीं पुलिस की जांच
फतेहपुर के सदर कोतवाली क्षेत्र के राधानगर इलाक़े में हत्यायुक्त लूट के मामले में पुलिस अब तक 20 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है.कुछ संदिग्ध भी पुलिस के हाँथ लगे हैं.इस सनसनीखेज वारदात के खुलासे में पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं.पढ़ें ये रिपोर्ट.Fatehpur News Radhanagar Kand
Fatehpur News:एक जनवरी की रात राधानगर इलाक़े में बदमाशों का एक सेवानिवृत्त शिक्षक के घर के भीतर तांडव जारी था.लेकिन भनक किसी को नहीं लगी.गृहस्वामी रिटायर्ड शिक्षक का उनके बिस्तर में ही बेरहमी से क़त्ल हो गया.घर में रखी सारी ज्वेलरी, नगदी कुल मिलाकर क़रीब 20 लाख का सामान चोरी हो गया.अगले दिन सुबह क़रीब 7:30 बजे जब मृतक का छोटा बेटा जगा तब उसे घटना की जानकारी हुई. Fatehpur Latest News
क्या कत्ल करने के इरादे से ही आए थे बदमाश..
रिटायर्ड शिक्षक बलबीर सिंह की हत्या के मामले में पुलिस फ़िलहाल दो एंगलों पर काम कर रही है.क्या चोरी के दरम्यान बलबीर सिंह की नींद खुल गई और बदमाशों ने पहचाने जाने के डर उनकी ईंट से सिर कुचलकर हत्या कर दी या बदमाश हत्या करने ही आए थे औऱ फिर प्लान के मुताबिक लूट कर ली. Fatehpur News
बिना रेकी सम्भव नहीं है घटना..
इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने कई दिनों पहले प्लान बनाया होगा.घर की पूरी निगरानी की गई है.क्योंकि मृतक बलबीर सिंह का घर ऐसा बना हुआ है कि सामने से घर में घुसना सम्भव नहीं है.और छत से भी तभी आया जा सकता है जब सीढ़ियों के दरवाजे अंदर से बन्द न हो.अधिकांश लोग अपने सीढ़ियों के दरवाजे अंदर से ही बन्द करते हैं इसी तरह इस घर में भी दरवाजा अंदर से बन्द रहता था.लेकिन उस दिन दरवाजा बाहर से बन्द किया गया था.उसी ताले को तोड़कर बदमाश छत के रास्ते घर में घुसे थे.उन्हें पहले से पता था कि सीढ़ियों का दरवाजा आज बाहर से बन्द है. Fatehpur Radhangar murder case
छत वाले कमरे में था बड़ा बेटा..
मृतक बलबीर का बड़ा बेटा सुजीत सिंह उर्फ़ दीपू मौरंग का छोटा व्यवसाई हैं.घर की छत पर बने हुए कमरे में वह अपनी पत्नी औऱ 6 साल के बेटे के साथ सोता है.दीपू ने बताया कि माँ मेरे मझले भाई (विकलांग) को लेकर कुछ दिनों के लिए गाँव गई हुई थी.दादी की तबियत ख़राब होने के चलते पिता जी उन्हें गाँव भेज दिया था.जब मां घर पर नहीं होती थी तो सीढ़ियों का दरवाजा मैं ऊपर से बन्द करता था.उस रात भी मैंने दरवाजा ऊपर से बन्द कर ताला लगा दिया था और चाभी अपने कमरे में रख ली थी.
दीपू ने बताया उस दिन सुबह उठने में अन्य दिनों की तुलना में थोड़ी देर हो गई थी.जब मैंने अपने कमरे का दरवाजा खोला तो आगे से बन्द था. मैंने नीचे सो रहे अपने छोटे भाई को फोन किया. वह उठकर अपने कमरे से बाहर आया तो उसने देखा बाहर का मेन दरवाजा खुला हुआ है. वह तेजी से अंदर गया और देखा कि पिता जी खून से लथपथ पड़े हुए हैं और अंदर के कमरे की अलमारी खुली हुई है.
दीपू ने कहा कातिलों को पुलिस जल्द से जल्द पकड़े.साथ ही उन्होंने पुलिस की कार्यशैली को लेकर कहा कि किसी तरह का फर्जी खुलासा न होना चाहिए जिसने भी वारदात को अंजाम दिया है उसके पास से चोरी हुए सामान की भी बारमदगी हो.
चौकी इंचार्ज सहित चार पुलिस वाले निलंबित..
मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों की जांच एसपी राजेश सिंह ने सीओ सिटी डीसी मिश्रा को सौंपी थी. जांच रिपोर्ट के बाद एसपी ने चौकी इंचार्ज राधानगर राजेश कुमार सिंह, कोबरा के सिपाही पंकज, सचिन कुमार और बीट सिपाही सुनील यादव को निलंबित कर दिया है.