Bavani Imali Fatehpur:आज ही के दिन फतेहपुर की धरती पर 52 क्रांतिकारियों को दी गई थी फाँसी

Fatehpur News In Hindi
अंग्रेजो के विरुद्ध आजादी के आंदोलन में यूपी के फतेहपुर का भी योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है.आजादी के दीवाने 52 क्रांतिकारियों को दमनकारी अंग्रेजों ने एक साथ फाँसी पर लटका दिया था.आज 28 अप्रैल को इस शहादत की 165 वी पुण्यतिथि है.पढ़ें ये रिपोर्ट. Bavani Imali fatehpur puny tithi
Fatehpur News:फतेहपुर की धरती में आज से ठीक 165 साल पहले क्रांति की नई इबारत लिखी गई थी. दमनकारी अंग्रेजो ने एक साथ 52 क्रांतिकारियों को इमली की पेड़ पर फाँसी से लटका दिया था.यह घटना फतेहपुर के बिंदकी तहसील में स्थित खजुहा में हुई थी.जिस बाग में फाँसी दी गई थी उसको तब से बावनी इमली के नाम से जाना जाता है.

जोधा सिंह अटैया ने 1857 में अपने क्रांतिकारी साथियों का दल बनाया. तात्या टोपे से गुरिल्ला वार की कला सीखी. अक्तूबर 1857 को महमूदपुर गांव में एक अंगरेज दारोगा और सिपाही को जिंदा जला दिया.
अप्रैल 1858 को अंग्रेज सेना ने जोधा सिंह और उनके साथियों को घेर लिया. वह 51 साथियों सहित बंदी बना लिए गए.28 अप्रैल 1858 की शाम खजुहा में इमली के पेड़ से लटकाकर सभी को फांसी दे दी गई.खौफ इतना फैला कि दो महीने तक कोई शव उतारने ही नहीं आया.बाद में ठाकुर महाराज सिंह ने शव उतरवाए.शिवराजपुर गंगातट पर सभी का अंतिम संस्कार किया.