कोरोना का कहर:फ़तेहपुर में अब तक जारी हुई इतनों की सूची..रुपए से भी हो सकता है कोरोना.!
कोरोना के बढ़ते प्रभाव को लेकर पूरे देश में चिंता व्याप्त है..यूपी के फतेहपुर में कोरोना को लेकर सरकारी मेडिकल डॉक्टरों की टीम कितनी तैयार है..आइए जानतें हैं..युगान्तर प्रवाह की इस रिपोर्ट में..
फतेहपुर:कोरोना को लेकर इस वक़्त पूरे देश में हड़कम्प मचा हुआ है।हर कोई इसके खतरे की आशंका को लेकर चिंतित है।यूपी की बात करें तो यहां कोरोना वायरस की पुष्टि कुल 23 लोगों की हो चुकी है।जिनका इलाज जारी है।(fatehpur corona virus news)
फतेहपुर ज़िले में भी कोरोना वायरस को लेकर लोग परेशान हैं।लेक़िन इस बीच कई तरह की अफवाहें भी ज़िले में फ़ैल रहीं हैं।सोशल मीडिया पर अलग अलग दावे किए जा रहे हैं।ज़िले में कोरोना वायरस को लेकर डॉक्टरों की क्या तैयारी है और अब तक कितने लोगों की जांचे हो चुकी हैं।इन सारे प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए हमारे संवाददाता ने बातचीत की जिला अस्पताल में तैनात कोरोना मामलों को देखने वाली मेडिकल सर्विलांस टीम से।
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प्रभारी डॉ0 के के श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 85 लोगों की सूची मिली थी जो विदेशों से हाल के दिनों यात्रा करके आए हैं।इनमें से 35 लोगों की जांच कराई जा चुकी है।राहत की ख़बर यह है कि एक भी केस में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जांच करने के बाद सभी को हाउस क्रोनोटाइन (house kronotaine) किया गया है।सभी की निगरानी रखी जा रही है।साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि कोरोना वायरस से जुड़े लक्षण दिखाई पड़े तो तुरंत इसकी सूचना हमारी टीम को दे।
डॉ0 श्रीवास्तव ने यह भी स्पष्ट किया कि अब तक किसी भी व्यक्ति को अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड पर रखने की जरूरत नहीं पड़ी है।
जहां तक जिला अस्पताल में कोरोना से जुड़ी व्यवस्था की बात है तो डॉ0 के.के श्रीवास्तव ने बताया कि जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है जिसमें मरीज़ो का बेहतर इलाज किया जाएगा।
उन्होंनेने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है।लेक़िन आवश्यक सावधानी बरतना जरूरी है।साफ़ सफ़ाई का विशेष ध्यान रखें।लगातार हाँथ धोना जरूरी है।मुंह को साफ़ कपड़े से ढंके रहें।
वहीं डॉ0 अब्दुल्लाह ने रविवार को होने वाले जनता कर्फ़्यू को महत्वपूर्ण बताया उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का बैक्टीरिया 12 घण्टों तक एक्टिव रहता है और कर्फ़्यू 14 घण्टे का है।यदि सभी लोग कर्फ़्यू का पालन करें तो ख़तरे को काफ़ी हद तक कम किया जा सकता है।
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एक सवाल के जवाब में डॉ0 अब्दुल्लाह ने बताया कि रुपयों के लेनदेन(नोटों को छूने) में भी कोरोना वायरस फैलने का ख़तरा रहता है।क्योंकि नोट कई लोगों के हांथो से छूकर आते हैं।डॉ0 ने सलाह दी कि जहां तक सम्भव हो डिजिटल लेन देन करें।
(महत्वपूर्ण बातचीत का पूरा वीडियो खबर की शुरुआत में लगा हुआ है..आप देख सकतें हैं)