UP:किसानों के लिए योगी सरकार की सारी योजनाएं फ्लॉप औऱ फ़र्जी हैं-किसान नेता..!
बुधवार को फतेहपुर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान के नेतृत्व में किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी के साथ बैठक की...पढ़े पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर।
फतेहपुर:यूपी में किसानों की हालत किसी से छिपी नहीं है।धान खरीद में भारी पैमाने पर केंद्रों में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार पूरे सीजन हावी रहा!किसान लगातार अपनी समस्याओं को लेकर अधिकारियों से शिकायत करते रहे लेकिन नतीजा हर बार कुछ खास रहा नहीं।बुधवार को एक बार फिर किसानों एक प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान के नेतृत्व में जिलाधिकारी संजीव सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में बैठक की।इस बैठक में जिले के सभी धान क्रय केंद्रों के प्रभारी भी मौजूद रहे। (fatehpur news)
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युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने बताया कि आज धान खरीद के मुद्दे पर डीएम के साथ बैठक की गई है।जिसमें किसानों का धान सरकारी क्रय केंद्रों पर न लिए जाने के सम्बंध में बात कही गई है।उन्होंने कहा कि अब किसी भी तरह की कटौती धान खरीद पर न की जाए क्यों कि अब धान में नमी लगभग समाप्त हो गई है।साथ ही किसानों का सारा माल(धान) खरीदा जाए।
सरकार की योजनाएं फेल हैं..
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान (rajesh singh chauhan) ने सरकार पर भी हमला बोला उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाएं पूरी तरह से फेल और फ़र्जी हैं।क्योंकि सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंच ही नहीं पाता है।उन्होंने यह भी कहा कि किसानों में एकजुट की कमी है।यदि सभी किसान एकजुट हो जाए तो किसानों का शोषण होना बंद हो जाए।राजेश सिंह ने कहा कि हमारा संगठन लगातार किसानों के लिए संघर्ष करता रहा है और आगे भी करता रहेगा।
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बुधवार को हुई इस बैठक में जिलाधिकारी संजीव सिंह ने केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिए कि जो मानक है उसी के अनुसार कटौती की जाए , किसी भी किसान को केन्द्र से लौटाया न जाय सभी किसानों का धान प्राथमिकता के आधार पर क्रय किया जाय, दोबारा शिकायत मिलने पर संबंधित केन्द्र प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी और जिन किसानों के धान की तौल ही चुकी है तत्काल उनके खाते में पैसा भेजा जाय। उन्होंने कहा कि किसान अन्नदाता है उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित की जाए।