
UP:कोरोना का कहर-शिक्षक से टेलर बने.रोटी के लिए बेच रहे मास्क..प्राइवेट शिक्षकों की दुर्दशा देख आपको भी आ जाएगा रोना.!
कोरोना काल में हर व्यक्ति मुशीबतों से घिरा हुआ है।ज्यादतर लोगों के पास भुखमरी का संकट गहरा गया है..प्राइवेट शिक्षकों को कोरोना के दौर में कैसी मुशीबतों का सामना करना पड़ रहा है युगान्तर प्रवाह की इस रिपोर्ट में पढ़ें..

हमीरपुर:सरकारों ने वायदे तो कई किए लेकिन कोरोना के रूप में आई तबाही ने सरकारों की कलई खोल दी है।कोरोना बीमारी से ज्यादा चिंता अब लोगों को रोटी की हो गई है कि इस संकट में कोरोना से तो बच भी जाएंगे लेक़िन भुखमरी से बचना शायद अब सम्भव नहीं है।इस दौर में सबसे बड़ी मुशीबतों का सामना किसी को करना पड़ा है तो वह प्रवासी मजदूर और प्राइवेट नौकरी करने वाले लोग हैं और यह समस्या अभी ख़त्म नहीं हुई है लगातार बढ़ती ही जा रही है ऐसे में सरकारों की ओर से इस ओर ध्यान न देना भी अपने आप में लोगों के लिए बड़ी त्रासदी है। hamirpur news
ऐसी ही त्रासदी का सामना इन दिनों प्राइवेट शिक्षक कर रहें हैं जो कोचिंग और स्कूलों में पढ़ाकर किसी तरह अपना गुजारा कर रहे थे लेकिन कोरोना काल में कोचिंगों में ताला पड़ गया बहुतों की नौकरी छूट गई जिसकी बची भी है उसको स्कूल प्रबंधन सैलरी नहीं दे रहा। coronavirus effect in hamirpur praivet teacher
यूपी के हमीरपुर में ऐसा ही एक वाक्या सामने आया है जहां बेबसी और भुखमरी ने एक शिक्षक को टीचर से टेलर और फिर सेलर के बना दिया है।यह शिक्षक अपनी पत्नी के साथ कम्पटीशन क्लासेज चला कर नवजवानों को क़ाबिल बनाते थे।लेकिन अब यह मास्क बना कर और फिर उन्हें बेच कर रोटी का जुगाड़ कर रहें हैं।
ये भी पढ़ें-कोरोना:फतेहपुर में गुरुवार को आधा सैकड़ा से ज्यादा नए संक्रमितों की पुष्टि.!
दूसरी ओर प्राइवेट स्कूल बच्चों से फीस तो वसूल रहे है लेकिन वो अपने शिक्षकों को तनख्वाह तो छोड़िए दो वक़्त की रोटी तक के लिए मोहताज किये है, लिहाज़ा इन शिक्षक ने पेट के ख़ातिर इस आपदा काल मे जीवन यापन करने का एक दूसरा रास्ता खोजा है। hamirpur special story news
दम्पति हमीरपुर जिला मुख्यालय के है , नीतू निषाद प्राइवेट स्कूल में शिक्षक थी और लॉक डाउन के समय बन्द हुए स्कूल से इनकी नौकरी चली गयी,अब यह घर मे मास्क बनाकर अपना जीवन कर रहीं है,राम जीवन भी प्राइवेट कोचिंग चलाते थे ,कोचिंग बन्द होने के बाद वो भी बेरोजगार हो गये और अब वो अपनी पत्नी के साथ मिलकर मास्क बनाते है और उन्हें बाजार में बेचकर घर चलाने में पत्नी की मदद कर रहे है। hamirpur coronavirus news
इन शिक्षकों की हालत देख तरस आता है कि जिन हाथों में कभी पेन और चाक हुया करती थी,जो हाथ कभी बच्चों की कापियों में होम वर्क दिया करते थे, नैनिहालों का भविष्य उज्ज्वल करते थे वो हाथ अब सिलाई मशीन में मास्क बना रहे हैं।
