
CM Yogi-OP Rajbhar Meet : सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर पलटी मारने को एक बार फिर तैयार !
Omprakash Rajbhar: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर सत्ता का स्वाद चखने के लिए आतुर दिखाई दे रहे हैं.विगत कई माह से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मिलना जुलना शुरू कर दिया है. कयास लगाए जा रहे है कि शीघ्र ही भारतीय जनता पार्टी से पुनः गठबंधन कर सकते हैं.

हाईलाइट्स
- सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर भाजपा से गठबंधन के बन रहे आसार
- लोकसभा चुनाव से पहले पूर्वांचल को मजबूत कर गठबंधन कर सकती है भाजपा
- योगी सरकार के पहले कार्यकाल में ओपी राजभर थे कैबिनेट मंत्री
Omprakash Rajbhar Yogi Adityanath Meet: आगामी 2024 लोकसभा चुनाव (Loksabha Chunav 2024) को मद्देनजर रखते हुए भारतीय जनता पार्टी भी ओमप्रकाश राजभर को गठबंधन में शामिल करने के लिए कहीं न कहीं तैयार नजर आ रही है. विगत विधानसभा चुनावों में सपा और सुभासपा के गठबंधन ने उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के कुछ जिलों में भाजपा का सफाया कर दिया था. ऐसे में ओपी राजभर की पार्टी को गठबंधन में शामिल कर इन जिलो में बीजेपी अपनी पकड़ मजबूत करना चाहेगी.

आपको बताते चलें कि सुभासपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ,योगी सरकार के पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री थे. अपने मन मुताबिक तमाम शर्तें मनवाने के लिए सरकार पर दबाव भी डाला था. इन्हीं तमाम कारणों की वजह से सरकार पर काम न करने का आरोप लगाते हुए गठबंधन से अलग हो गए और 2022 में सपा से गठबंधन कर लिया था. जिसका नतीजा यह रहा कि चुनाव में पूर्वांचल के कई जिलों की सीटों पर सपा-सुभासपा के गठबंधन ने जीत हासिल कर अपना कब्जा जमाया.
बाद में सपा से भी हुए अलग
आरोप है कुछ दिनों बाद ओपी राजभर की सपा ने भी अनदेखी की. जहां कुछ अंदरूनी मनमुटाव के चलते वे सपा के गठबंधन से भी अलग हो गए. राजभर के सारे रास्ते बंद होने के बाद सत्ता का स्वाद चखने के लिए भाजपा से इन दिनों फिर नज़दीकियां बढ़ती दिखाई देने लगीं. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से ओपी राजभर ने मुलाकात की थी. हालांकि इस मुलाकात के मायने काफी हद तक यह साबित कर रहे थे कि ओपी राजभर जल्द ही पार्टी से गठबंधन कर सकते हैं.
वाराणसी में सीएम योगी से हुई मुलाकात
शुक्रवार को वाराणसी स्थित सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ओपी राजभर की हुई मुलाक़ात के भी कई मायने निकाले जा सकते हैं. इससे भी यह कयास लगाए जा रहे हैं कि ओपी राजभर गठबंधन एक बार फिर कर सकते हैं. हालांकि ओपी राजभर ने खंडन करते हुए कहा कि सुभासपा पार्टी का नेता हूँ सीएम से क्या मैं मिल नहीं सकता इसमें छिपाने जैसी कोई बात नहीं है.
पूर्वांचल की काफी सीटों पर राजभर की पैठ मजबूत
हालांकि कुछ भी हो माना जा रहा है कि भाजपा 2024 लोकसभा चुनाव को देखकर ओपी राजभर से गठबंधन कर पूर्वांचल के जिलों में अपनी पकड़ मजबूत बनाने का उद्देश्य लेकर इन्हें कैबिनेट में शामिल कर सकती है. दरअसल पूर्वांचल के गाजीपुर, घोसी, जौनपुर, लालगंज, चंदौली, सलेमपुर, अंबेडकरनगर, वाराणसी, बस्ती, कुशीनगर सहित 15 से अधिक लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां राजभर की पैठ काफी मजबूत है.ऐसे में यदि गठबंधन होता है तो भाजपा का ही फायदा है. क्योंकि सपा के साथ राजभर के गठबंधन में इन जिलो में देखा गया कि वहां इनकी मजबूती ज्यादा है.
इन जिलों में भाजपा हारी,पकड़ मजबूत करने के लिए हो सकता है गठबंधन
गाजीपुर, आजमगढ़ और अंबेडकर नगर इन जिलों में भाजपा सभी सीट हारी है. सपा-सुभासपा के गठबंधन से इन जिलों पर काफी प्रभाव डाला. जिसमें मऊ में भाजपा जीती चार में से एक, बलिया में सात में से दो, बस्ती में पांच में से एक, जौनपुर नौ में से चार और चंदौली चार में से दो अब जो आसार दिख रहे है उससे उम्मीद जताई जा रही है कि कमजोर पूर्वांचल को मजबूत बनाने का उद्देश्य लेकर बीजेपी सुभासपा से जल्द गठबंधन कर सकती है.
