Amrit Bharat Station Scheme: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 550 से अधिक रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास ! प्रधानमंत्री ने किया शिलान्यास

अमृत भारत स्टेशन योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रेलवे स्टेशनों के पुनर्निर्माण के लिए कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया बताते चलें कि इस योजना के अंतर्गत देश भर में 550 से अधिक स्टेशनों के रखरखाव और उन्हें सुंदर रूप दिया जाएगा. इससे पहले मध्य रेलवे के 38 स्टेशनों में से बिहार में 22, झारखंड में 14 और उत्तर प्रदेश में तीन स्टेशन शामिल है वही बात की जाए देशभर की तो 1585 से अधिक नवनिर्मित रोड ओवर ब्रिज और आरयूबी का लोकार्पण भी किया गया. वही आज के इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि इस सरकार का तीसरा कार्यकाल जून में शुरू होने जा रहा है लेकिन जिस पैमाने और गति से काम किया गया है वह सबके लिए आश्चर्यजनक है.
अमृत भारत से स्टेशनों का पुनर्विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 19000 करोड रुपए की लागत से अमृत भारत स्टेशन योजना (Amrit Bhart Station Yojana) के अंतर्गत 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर विकास का शिलान्यास किया. तकरीबन 21520 करोड रुपए की लागत से देशभर में 15 ओवर ब्रिज और अंडरपास भी इस परियोजना में शामिल किए गए हैं इस तरह से पूरी योजना 41000 करोड रुपए से ज्यादा की है.
पीएम मोदी ने किया योजना का शिलान्यास

533 रेलवे स्टेशनों को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चुना गया है स्टेशनों का 19000 करोड रुपए से अधिक की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा यही नहीं स्टेशनों को पर्यावरण और दिव्यांगों को ध्यान में रखकर विकसित किया जाएगा स्टेशन पर प्रदर्शित की जाने वाली डिजाइनर संस्कृति विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगी.
देशभर के तमाम मण्डलो को किया गया शामिल
मैन्युअल रेलवे फाटक को किया जा रहा है कम
बताते चलें कि अब रेलवे की ओर से मानव युक्त फाटकों को धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे ट्रेन की रफ्तार तो बढ़ेगी ही बल्कि रेल और सड़क यातायात भी अलग हो जाएंगे.
जिससे ट्रेनों को किसी तरह की कोई समस्या भी नहीं होगी क्योंकि अमूमन ऐसा देखा जाता है कि रेलवे फाटक पर अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है इसलिए इन फाटकों को ट्रेन आने के काफी पहले बंद कर दिया जाता है जिससे फाटक खुलने के बाद भी जाम की स्थिति बनी रहती है कभी-कभी इसी कारण से दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं.