देवरी बुजुर्ग गोलीकांड:Fatehpur-दोपहर से धधक रही थी विवाद की चिंगारी.रात को ख़ूनी संघर्ष में बदली.!
ज़ाफ़रगंज थाना क्षेत्र के देवरी बुजुर्ग गाँव में शनिवार रात हुए खूनी संघर्ष की चिंगारी दिन में ही सुलगने लगी थी.समय रहते स्थानीय पुलिस गम्भीर हो जाती तो घटना को टाला जा सकता था.पढ़ें युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट..
फ़तेहपुर: fatehpur news जाफरगंज थाना क्षेत्र के देवरी बुजुर्ग गाँव में शनिवार रात हुए खूनी संघर्ष में स्थानीय पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है।बताया जा रहा है कि विवाद की शुरुआत दिन में ही हो गई थी।मामला देवरी में स्थित पुलिस चौकी तक भी पहुँचा था।लेक़िन पुलिस पर मामूली विवाद समझ पूरे प्रकरण को नजरअंदाज करने का आरोप है।
विवाद के पीछे की वजह.
गोलीकांड में कक्षा नौ में पढ़ने वाले छात्र की मौत हो गई।साथ ही एक युवक गोली लगने से घायल हो गया।विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार विवाद के पीछे की असल वजह दो गाँव के बीच पहले से चल रही तनातनी थी।बताया जा रहा है कि गोलीकांड का मुख्य आरोपी सभाजीत सिंह देवरी बुजुर्ग के पड़ोसी गाँव अरगल का पूर्व प्रधान है।उसकी देवरी अमौली मार्ग पर दुकानें हैं।औऱ वहीं उसका मकान भी है।शनिवार दोपहर आरोपी सभाजीत उसी मार्ग से निकल रहा था तो देवरी बुजुर्ग के एक ग्रामीण से कहासुनी हो गई उसने ग्रामीण को पीट दिया।ग्रामीण ने इसकी शिकायत अपने गाँव के प्रधान अंशू शुक्ला से की।प्रधान सहित स्थानीय ग्रामीण देवरी चौकी पहुँचे और मामले की शिकायत की लेक़िन पुलिस ने पूरे मामले को हल्के में लेते हुए टरका दिया।
इसके बाद शाम आरोपी सभाजीत देवरी के ग्रामीणों को धमकी देने के अंदाज में 15 से 20 लोगों के साथ असलहों से लैस होकर मेला मैदान पहुँच गया।इसके विरोध में देवरी के ग्रामीण भी इकठ्ठा हो पहुँच गए तभी सभाजीत ने भीड़ पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।गोलियों जी जद में देवरी का रहने वाला 16 वर्षीय छात्र अभिषेक औऱ उसका चाचा नरेंद्र आरख आ गए।जिसके चलते छात्र की मौत हो गई औऱ नरेंद्र गोली लगने से घायल हो गया।उसका इलाज़ जारी है।
गोलीकांड की सूचना पर तुरंत मौक़े पर ज़िले के आला अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ पहुँच गए।मुख्य आरोपी पूर्व प्रधान सभाजीत औऱ उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने बताया कि मुख्य आरोपी और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है।दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।