देश को गुलाम बनाने की रची जा रही है साज़िश.!
वरिष्ठ समाजवादी विचारक सन्तोष द्विवेदी ने केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिल औऱ दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर युगान्तर प्रवाह से बातचीत की..पढ़ें रिपोर्ट
फतेहपुर:वरिष्ठ समाजवादी विचारक व राजनीति की गहरी समझ रखने वाले सन्तोष द्विवेदी (santosh dwivedi) ने किसान आंदोलन (farmer protest)औऱ कृषि कानूनों को लेकर युगान्तर प्रवाह से ख़ास बातचीत के दौरान केंद्र की मोदी सरकार की तीख़ी आलोचना की।
सन्तोष द्विवेदी ने कहा कि देश में पहली बार किसानों का इतना बड़ा आंदोलन चल रहा है।आंदोलनकारी किसान बधाई के पात्र हैं जो अपने औऱ अपनी आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए इस तानाशाह सरकार के विरुद्ध डटकर खड़े हुए हैं।
केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिल पर उन्होंने कहा कि यह बिल खेती किसानी को किसानों के हाथों से छीनकर कारपोरेट को देने की तैयारी है।अम्बानी,अडानी और रामदेव जैसे लोग जो नीतियां बना देतें हैं सरकार वही अमल में ले आती है।
मोदी पूरे देश को चंद कारपोरेट परिवारों के हाँथो में सौंपने का मन बना चुके हैं।कृषि कानूनों के माध्यम से देश को फिर से गुलाम बनाने की साज़िश रची जा रही है।
पीएम मोदी को तानाशाह बताते हुए सन्तोष द्विवेदी ने कहा कि देश का किसान सड़को पर है, दिल्ली में पीएम हाउस के नजदीक पहुँच गया है।लेक़िन मोदी किसानों को कच्छ, बनारस से सम्बोधित कर रहें हैं।लेक़िन चंद मीटर की दूरी पर आंदोलन कर रहे किसानों से मुलाक़ात नहीं कर सकते।
(सन्तोष द्विवेदी के साथ हुई पूरी बातचीत आप खबर के ऊपर लगे वीडियो में सुन सकते हैं।)