फ़तेहपुर:अब कब्ज़े में भैरवनाथ प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल.?
अगर आपके पास पैसा है और राजनीतिक पकड़ है तो मान लीजिए कि आपका हर काम होना सम्भव है।ऐसा ही एक मामला जिले के नरैनी गांव है जहां एक विद्यालय की ज़मीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा..पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक्सक्लुसिव रिपोर्ट।
फ़तेहपुर: जिले में तेज़ तर्रार जिलाधिकारी के आने के बाद लोगों के बीच ये बातें होने लगी थीं कि फतेहपुर ओडीएफ के साथ-साथ भ्रष्टाचार मुक्त भी हो जाएगा और यूपी का पहला ऐसा जिला होगा जहां न तो क्राइम होगा ना ही भ्रष्टाचारी बचेंगे लेकिन आञ्जनेय और राहुल के राज में भी अगर अवैध कब्ज़ेदारो और दबंगो के भाव सातवें आसमान पर हो तो आप यह मान लीजिए की सत्ता का दबाव ईमानदारी की नींव हिला देता है औऱ प्रशासन इन सफ़ेदपोश नेताओं के सामने पंगु हो जाता है।
मामला फ़तेहपुर के नरैनी गांव का है जहां भौरव नाथ इण्टर कॉलेज की ज़मीन पर कुछ अराजकतत्वों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है।बीते आठ फरवरी को जब दबंगो ने विद्यालय की जमीन पर निर्माण कराना शुरू कर दिया तो ग्रामीणों व इंटर कालेज के प्रधानाचार्य ने डीएम से इस मामले की शिकायत की जिस पर जिलाधिकारी ने एसडीएम को आदेशित करते हुए काम रुकवाने का आदेश दिया।जिसके बाद सदर एसडीएम ने तत्काल प्रभाव से किशनपुर थानाध्यक्ष को मौक़े पर भेज काम को बंद करा दिया था।
इसके बाद मंगलवार को एक बार फिर दबंगो ने दोबारा विद्यालय की ज़मीन पर निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया।जब इसकी सूचना विद्यालय के प्रधानाचार्य को लगी तो उन्होंने फ़िर से जिलाधिकारी के दरवाजे पर दस्तक दी लेक़िन जिलाधिकारी के मंगलवार को जिले में न होने के चलते मुलाकात नहीं हो पाई और पूरा दिन विद्यालय के प्रधानाचार्य ऑफिसों के चक्कर काटते रहे।और उधर बाहुबलियों ने विद्यालय की ज़मीन पर अपना निर्माण चालू रखा।
इस पूरे मामले में जब उपजिलाधिकारी सदर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि निर्माण विद्यालय की ज़मीन पर नहीं हो रहा है नाप कराई जा चुकी है निर्माण स्थल पर विद्यालय की ज़मीन नहीं है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों का आरोप है कि किसी भी प्रकार की नाप नहीं कराई गई है।ग्रामीणों का कहना था कि यदि सही और निष्पक्ष तरीक़े से नाप करा ली जाए तो और भी ज़मीन विद्यालय की निकल आए जिसपर पहले से और भी कई लोगों का निर्माण हो चुका है।
स्थानीय विधायक के दबाव में जिला प्रशासन..!
ग्रामीणों ने दबी ज़बान कहा है कि इस पूरे मामले में एक स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह से बैकफुट पर आ गया है और विद्यालय की ज़मीन पर हो रहे अवैध निर्माण में दबंगो का साथ दे रहा है,सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अवैध तरीके से निर्माण करा रहा दबंग स्थानीय विधायक के जाति का है जिसके चलते विधायक प्रशासन पर दबाव बनाकर कब्जेदार के पक्ष में जिला प्रशासन को खड़ा रखने के लिए मजबूर कर रहा है।
प्रधानाचार्य का आरोप अराजकतत्वों के साथ खड़ा है जिला प्रशासन।
भैरव नाथ इंटर कालेज के प्रधानाचार्य ज्ञानेंद्र सिंह ने जिला प्रशासन के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि जब बीते आठ फ़रवरी को डीएम के आदेश पर अवैध निर्माण रोक दिया गया तो दोबारा मंगलवार को दबंगो द्वारा शुरू किया गया निर्माण यह दर्शा रहा है कि कहीं न कहीं प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है। जबकि विद्यालय जिस गाटा संख्या 710 में दर्ज है अवैध निर्माण कार्य उसी जमीन पर हो रहा है, जबकि मैंने विद्यालय की ज़मीन की नाप कराने के लिए कई बार तहसीलदार व लेखपाल को प्रार्थना पत्र दिया है बावजूद इसके अभी तक नाप नहीं हो सकी है।
एसपी ने कहा अवैध निर्माण नहीं होगा बर्दाश्त...
पूरे प्रकरण में एसपी राहुल राज ने युगान्तर प्रवाह से बातचीत के दौरान बताया कि किशनपुर थाना अध्यक्ष को भेजकर निर्माण कार्य बंद करा दिया गया था, यदि आज दोबारा निर्माण कार्य हो रहा है तो एक बार फ़िर से एसओ को आदेशित कर निर्माण कार्य बंद कराने के लिए कह दिया गया है, एसपी ने कहा कि किसी भी तरह का अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।