फतेहपुर:मंत्री जी.!जिला अस्पताल में हर मर्ज की दवा है पैरासिटामाल..प्रभारी मंत्री के सामने मरीज ने खोली सदर में व्याप्त अव्यवस्थाओ की पोल..सीएमओ को कड़ी फटकार!
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के मौक़े पर ज़िले में आए प्रभारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने जिला चिकित्सालय पहुंच मरीजों को फल वितरित किए साथ ही अस्पताल का निरीक्षण किया इस दौरान उन्होंने सीएमओ को कड़ी फटकार लगाई..पढ़े पूरी ख़बर युगान्तर प्रवाह पर।
फतेहपुर:ज़िले में पहली बार प्रभारी मंत्री बनने के बाद आए योगी कैबिनेट के मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने जिला अस्पताल पहुंच प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में फलों का वितरण किया।इसके बाद उन्होंने पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया।प्रभारी मंत्री के आने की भनक लगते ही जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को चुस्त दुरुस्त करने का प्रयास किया गया था कि जिससे लगे कि यहाँ सब कुछ बहुत ही अच्छे ढंग से संचालित हो रहा है।
लेक़िन जब मंत्री जी निरीक्षण करने के बाद वापस जा ही रहे थे कि एक मरीज ने मंत्री के सामने अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओ की पोल खोल दी जिससे मंत्री का पारा चढ़ गया और उन्होंने मौक़े पर ही मौजूद सीएमओ और सीएमएस को जमकर फ़ाटकार लगाई।
आख़िर मरीज़ ने मंत्री जी से कहा क्या..?
जिला अस्पताल का निरीक्षण कर वापस लौट रहे ज़िले के प्रभारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री जैसे ही गेट पर खड़ी अपनी गाड़ी में बैठने को तैयार हुए तो कई लोगों ने अपनी समस्याएं गिनानी शुरू कर दी।लेक़िन इसी बीच एक युवक ने मंत्री से कहा कि सदर अस्पताल में शुगर(डायबिटीज) के इलाज के लिए पैराशिटामाल की गोलियों का पत्ता दिया जाता है।शिकायतकर्ता युवक ने यह भी बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा बाहर की दवाएं लिखी जाती हैं जो कि जिला अस्पताल के गेट के सामने खुले मेडिकल स्टोरों में ऊंचे दामों पर मिलती हैं।
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युवक की बात सुनते ही प्रभारी मंत्री का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने मौके पर ही मौजूद सीएमओ उमाकान्त पांडेय और सीएमएस प्रभाकर को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि-"यह सब क्या है,यहाँ जनता की सेवा करने के लिए बैठे हो या आराम करने के लिए"!
प्रभारी मंत्री से शिकायत करने वाले युवक ने युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए बताया कि उसका नाम अमन गुप्ता है वह क़रीब दो महीने पहले अस्पताल आया था डॉक्टर से इलाज कराने के बाद जब मैं दवा लेने के लिए गया तो मुझे शुगर की दवा के रूप में पैराशिटामाल दी गई।लड़के ने बताया कि जहाँ तक मेरी जानकारी में है कि पैराशिटामाल का शुगर से कोई लेना देना नहीं होता है।क्योंकि पैराशिटामाल बुखार की दवा है।
शिकायतकर्ता युवक अमन ने यह भी बताया कि अस्पताल में तैनात डॉक्टर मरीज़ो के पर्चे में धड़ल्ले से बाहर की दवाइयाँ लिखते है।जो मरीज़ो को महंगे दामों पर जिला अस्पताल गेट के बाहर खुले हुए मेडिकल स्टोरों पर ही मिलती है