
फतेहपुर:यूपी बोर्ड की परीक्षा में फतेहपुर की बेटी ने लहराया परचम..ख़ुशी से झूम उठे लोग.!
यूपी बोर्ड परीक्षा 2019 के रिजल्ट शनिवार को दोपहर 12:30 बजे जारी कर दिए गए..इस साल भी ज़िले की छात्रा ने प्रदेश की मेरिट में स्थान पा जनपदवासियों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया..पढ़े युगान्तर प्रवाह एक रिपोर्ट।

फतेहपुर: ज़िले की एक होनहार बेटी ने यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश में पांचवीं रैंक हासिल कर ज़िले का नाम पूरे देश में रोशन किया।एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मी शहर क्षेत्र के राधानगर मोहल्ले की रहने वाली दीक्षा अग्रहरि ने देश के सबसे बड़े शैक्षिक बोर्ड यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश में पांचवी रैंक हासिल की।
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ग़ौरतलब है कि शनिवार को बोर्ड की तरफ़ से 2019 के परिणामों का जैसे ही ऐलान हुआ तो सभी की निगाहें टॉप करने वाले छात्र छात्राओं के नामों पर लगी हुई थी और जब शहर क्षेत्र के राधानगर में स्थित जय माँ सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा दीक्षा अग्रहरि का नाम प्रदेश के टॉप 10 परीक्षार्थियों की लिस्ट में पाँचवे नम्बर पर आया तो सभी जनपद वासी ख़ुशी से झूम उठे और दीक्षा के कॉलेज तथा घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया।
युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए टॉपर छात्रा दीक्षा ने बताया कि वह अपनी इस सफलता का श्रेय अपने अभिवावकों व अध्यापकों को देती है। उसने आगे कहा कि सफलता का कोई शार्ट कट नहीं होता। सुबह और शाम नियमित रूप से पढ़ाई कर यह मुक़ाम हासिल किया है।दीक्षा ने बताया कि उसके अभिवावकों ने कभी भी उसके ऊपर पढ़ाई को लेकर प्रेशर नहीं बनाया था छात्रा का मानना है कि नियमित रूप से सभी विषयों की पढ़ाई कर ही ऐसी सफ़लता हासिल की जा सकती है।एक सवाल का जवाव देते हुए दीक्षा ने कहा कि पढ़ाई के साथ साथ संगीत सुनना भी उसे बहुत पसंद है।
आईएएस बन करूंगी देश की सेवा...
युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए दीक्षा ने बताया कि उसका पूरा फ़ोकस सिविल सेवा की परीक्षा को क्रैक कर आईएएस बनना है।जिससे वह देश की सेवा में अपना योगदान दे सके।
आपको बता दे कि दीक्षा ने अपनी हाईस्कूल की परीक्षा में प्रदेश में सातवां स्थान प्राप्त कर ज़िले का नाम रोशन किया था। दीक्षा के पिता राधे कृष्ण राधानगर में ही एक फुटवियर एंड गारमेंट्स की दुकान चला कर अपना जीवन निर्वहन करते हैं और दीक्षा की माँ जावित्री देवी एक गृहणी हैं।दीक्षा अपनी तीन बहनों दिव्यांशी,दिव्या व दीप्ति और एक भाई जयकिशन में सबसे बड़ी है।
