कोरोना:फतेहपुर में अब तक हो चुकी है..इतने लोगों की स्क्रीनिंग..स्पोर्ट्स स्टेडियम क्वारन्टाइन हॉस्पिटल में तब्दील..!
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए फतेहपुर में भी जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महकमा बेहद चौकन्ना हो गया है..कोरोना को लेकर अब तक क्या कुछ तैयारी हुई है..आइए जानते हैं..युगान्तर प्रवाह की इस रिपोर्ट में।
फतेहपुर:कोरोना के बढ़ते मामलों और गैर प्रान्तों से बड़ी संख्या में ज़िले में पहुंचे लोगों को लेकर जिले का स्वास्थ्य महकमा बेहद चौकन्ना हो गया है।जिला मुख्यालय स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम में 60 बेड का क्वारन्नटाइन हाल व थरियांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना(कोविड19) लेवल-1 का हॉस्पिटल बनाया गया है।उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में पहले से ही कोरोना आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। fatehpur corona virus news
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इसी सम्बन्ध में हमने बातचीत की ज़िले के कोरोना सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर के.के. श्रीवास्तव से।युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए डॉक्टर श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक ज़िले में विदेशों से आने वाले 323 लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा चुकी है।इसके अलावा देश के दूसरे प्रान्तों व स्थानों से आए हुए कुल 14186 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है।
स्क्रीनिंग के बाद बाहर से आए हुए सभी लोगों को 14 दिनों तक होम क्वारण्टाइन में रहने का सख्त आदेश दिया गया है।जिसका कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।ग्राम पंचायत स्तर पर इस होम क्वारण्टाइन की मॉनिटरिंग ग्राम प्रधान, सचिव व ग्राम कमेटियों के माध्यम से कराई जा रही है।
सर्विलांस अधिकारी ने कहा कि स्क्रीनिंग कराने के बाद प्रमाण पत्र दिया जाता है।लेक़िन इसका मतलब ये नहीं है कि उसको कोरोना हो ही नहीं सकता।स्क्रीनिंग के बाद होम क्वारण्टाइन में 14 दिनों तक रहने की बात कही जाती है यदि इन 14 दिनों के भीतर उसके अंदर कोरोना से मिलते जुलते लक्षण जैसे बुखार, सर्दी, जुकाम या सांस लेने में दिक्कत आ रही है तो वह तुरंत इसकी सूचना कंट्रोल रूम या नज़दीक स्वास्थ्य केंद्र या अपने गाँव के ग्राम प्रधान, सचिव किसी को भी दे।जिससे उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा सके।
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जिला अस्पताल में तैनात जिला महामारी विज्ञानी डॉक्टर अब्दुल्लाह ने बताया कि जिले के स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनाए गए 60 बेड के क्वारण्टाइन हाल में उनको लाया जाएगा जो कोरोना संदिग्ध होंगें।इसके बाद उनका सैम्पल जांच के लिए भेजा जाएगा यदि जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आती है तो उनको थरियांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए गए कोरोना लेवल-1 हॉस्पिटल में भर्ती कर इलाज़ किया जाएगा।
यदि वहाँ उसकी हालत ठीक नहीं होगी तो उसका जिला अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर इलाज़ किया जाएगा।यदि वहाँ भी स्थिति कंट्रोल में नहीं होगी तब उसको लखनऊ मेडिकल कॉलेज या कानपुर के लिए रेफर किया जाएगा।
डॉक्टर अब्दुल्लाह ने बताया कि फिलहाल थरियांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बने कोरोना लेवल-1 में 30 बेड का अस्पताल है।लेक़िन जरूरत पड़ने पर इसे 60 बेड तक का बनाया जाएगा।