बलरामपुर:हड़ताल के चलते बन्द रहे बैंक..करोड़ो का लेनदेन प्रभावित..!
बैंक कर्मियों के संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन यू(एफबीयू) के आवाहन पर बुधवार को जनपद में भी बैंक कर्मियों ने बैंकों को बंद कर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया..पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट..
बलरामपुर: यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस यू (एफबीयू) के आवाहन पर बुधवार को राष्ट्रीय स्तर पर एक दिवसीय हड़ताल व धरना प्रदर्शन बैंक कर्मियों द्वारा किया गया । हड़ताल के चलते लोगो को काफी समस्याओ का सामना भी करना पड़ा। हड़ताल का असर जिले के सभी बैंकों पर देखने को मिला। जिले में 19 राष्ट्रीयकृत बैंकों की 141 शाखाओं में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। हड़ताल के कारण जिले में करोड़ो का लेनदेन प्रभावित हुआ।
हड़ताल कर रहे बैंक कर्मियों ने केंद्र की मोदी सरकार पर बैंकों के साथ उपेक्षा पूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही कर्मियों ने आरोप लगाया कि बैंकों का अधिग्रहण कर उन्हें मर्ज किया जा रहा है। जिसका यूनियन पुरजोर विरोध कर रहा है । नेता संजय शुक्ला ने कहा कि हम किसी भी दशा में बैंकों का निजीकरण नहीं होने देंगे सरकार का जो तर्क है वह पूर्णतया निराधार है । सरकार की कोई भी योजनाएं बगैर बैंक के सहयोग से संपादित नहीं की जा सकती हैं।
क्या है यूएफबीयू की प्रमुख मांग...?
यूनियन की प्रमुख मांगों में बैंकों के मर्जर प्रक्रिया को तत्काल बंद करने, बड़े बकायेदारों की वसूली सुनिश्चित करने तथा 2017 से लंबित वेतन समझौते को लागू करना प्रमुख मांग है।
उपभोक्ताओं से मांगी माफ़ी..!
हड़ताल के दौरान बैंक यूनियन के नेताओ ने सामूहिक रूप से उपभोगताओं से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि बैंक की हड़ताल से उपभोक्ताओं को जो समस्याएं उत्पन्न होती हैं उसके लिए हम सभी पहले ही क्षमा मांग चुके हैं और एक बार पुनः उपभोक्ताओं से इसके लिए माफ़ी मांग रहें हैं ।