Rakesh Sachan:भाजपा में राकेश सचान के बढ़ते कद ने कई बीजेपी नेताओं की चिंता बढ़ाई
योगी सरकार पार्ट 2 में कैबिनेट मंत्री बने राकेश सचान को लेकर बीजेपी के भीतर ही कुछ धड़ों में खलबली मच गई है.क्योंकि सचान चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे औऱ शामिल होने के 24 घण्टे के भीतर ही पार्टी ने कानपुर देहात ही भोगनीपुर सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया था.औऱ उन्होंने पार्टी के निर्णय को सही साबित करते हुए जीत हासिल कर ली.पढ़ें युगान्तर प्रवाह की यह रिपोर्ट. Rakesh Sachan Latest News Fatehpur
Rakesh Sachan: योगी सरकार 2.0 में कैबिनेट मंत्री बने राकेश सचान का कद बीजेपी के भीतर कितने तेज़ी से बढ़ रहा है इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव से ठीक पहले टिकट की गारंटी पर बीजेपी में शामिल हुए सचान ने भोगनीपुर से जीत हासिल कर बड़े बड़े कद्दावर नेताओं को पीछे छोड़ते हुए योगी सरकार में सीधे कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं.
सचान की योगी सरकार में सीधे कैबिनेट मंत्री के तौर पर एंट्री से कानपुर देहात औऱ नगर व फतेहपुर ज़िले के कई बीजेपी नेताओं की चिंताएं बढ़ गई हैं. इन जिलों से 2024 में लोकसभा के टिकट दावेदारों की भी चिंता बढ़ गई है.
फतेहपुर की राजनीति में होगा पूरा दख़ल..
मूल रूप से कानपुर देहात जिले की राजनीति में लम्बे समय से अपनी पकड़ रखने वाले राकेश सचान 2009 से फतेहपुर की राजनीति में सक्रिय हैं. 2009 का लोकसभा चुनाव उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट से लड़कर जीत हासिल की थी.इसके बाद 2014 में वह दोबारा सपा के टिकट पर फतेहपुर से चुनाव लड़े जरूर लेकिन उन्हें मोदी लहर में साध्वी निरंजन ज्योति ने चुनाव हरा दिया.
2019 के लोकसभा चुनाव में सपा बसपा गठबंधन हो जाने से फतेहपुर की सीट बसपा के खाते में चली गई औऱ बसपा उम्मीदवार स्व सुखदेव वर्मा बने.टिकट कटने से राकेश सचान ने कांग्रेस का दामन थामा और टिकट ले आए. लेकिन इस चुनाव में उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा और एक बार फिर बीजेपी की साध्वी ने चुनाव जीत लिया. लेकिन चुनाव हारने के बावजूद कांग्रेस में राकेश सचान की पैठ गहरी हो गई औऱ वह प्रदेश स्तर के नेताओं में गिने जानें लगे प्रियंका गांधी ने उन्हें संगठन में अहम पदों की जिम्मेदारी दी.
इस बीच 2022 के विधानसभा चुनाव आ गए अधिसूचना जारी हो चुकी थी.और सभी पार्टियां अपने प्रत्याशी घोषित करने में जुटी हुईं थीं. राकेश सचान ने हवा का रूख देखा औऱ बीजेपी में शामिल हो गए.
विधायक भले ही राकेश सचान कानपुर देहात की भोगनीपुर सीट से हों लेकिन फतेहपुर की राजनीति में उनका दखल बराबर होगा ऐसा अनुमान सियासी लोग लगा रहे हैं. अब तो उन्हें कैबिनेट मंत्री की भी जिम्मेदारी मिल गई है.ऐसे में माना जा रहा है सचान फतेहपुर ज़िले की राजनीति को ख़ासा प्रभावित करेंगें.
बीजेपी में उन नेताओं की चिंताएं बढ़ी हुईं हैं जो 2024 में लोकसभा टिकट की दावेदारी में लगे हुए थे. ऐसी संभावना है कि 2024 में साध्वी निरंजन ज्योति को पार्टी ब्रेक देकर संगठन में राष्ट्रीय स्तर पर किसी बड़े पद की जिम्मेदारी दे सकती है. ऐसे में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए फतेहपुर से राकेश सचान भी बीजेपी की तरफ़ से टिकट के दावेदार हो सकते हैं.जिसकी सम्भावना भी बन रही है.