Mahalaxmi Vrat Katha:महालक्ष्मी व्रत कथा जानें जिसे गजलक्ष्मी पूजन भी कहते हैं
- By युगान्तर प्रवाह संवाददाता
- Published 27 Sep 2021 12:32 PM
- Updated 30 May 2023 10:15 PM
पितृ पक्ष में अष्ठमी तिथि को होने वाला महालक्ष्मी व्रत (गज लक्ष्मी) इस साल 18 सितंबर को है, कुछ लोग 17 सितंबर को भी इसे मना रहे हैं .क्या है महालक्ष्मी व्रत की पौराणिक कथा जानें. Mahalaxmi Vrat Katha Gaj Laxmi Vrat Katha hathi pooja katha
Mahalaxmi Vrat Katha: माता लक्ष्मी की पूजा साल भर में कई मौकों पर विशेष रूप से होती है।इन्हीं में से एक है महालक्ष्मी व्रत जो भाद्र मास की अष्ठमी तिथि से प्रारम्भ होता है औऱ फिर 16 दिन बाद अष्ठमी तिथि को ही गज में सवार माता लक्ष्मी (Gaj Laxmi Vrat Katha ) की मूर्ति की पूजा पूरे विधि विधान से कर व्रत का समापन किया जाता है।वैसे तो इन सोलह दिनों तक व्रत रखने का विधान है लेकिन यदि ऐसा सम्भव न हो तो आख़री दिन यानी सोलहवें दिन व्रत रखकर महालक्ष्मी का पूजन करना पुण्य लाभ देने वाला होता है। Mahalaxmi Vrat katha Hathi wali laxmi puja ki katha hathi pooja katha
महालक्ष्मी व्रत कथा Gaj Laxmi Vrat Katha In Hindi
पौराणिक कथानुसार, प्राचीन काल में एक बार एक गांव में गरीब व्यक्ति रहता था। वह भगवान विष्णु का परमभक्त था। एक दिन उसकी भक्ति से खुश होकर भगवान विष्णु ने उसे दर्शन दिए और मनचाहा वरदान मांगने को कहा। व्यक्ति ने कहा कि उसके घर में हमेशा लक्ष्मी का वास हो। इस इच्छा को जानने के बाद विष्णुजी ने कहा कि उसे लक्ष्मी तो प्राप्त हो सकती है लेकिन उसके लिए उसे थोड़ा प्रयत्न करना होगा। Mahalakshmi Vrat Katha Hathi Puja Mahalakshmi Vrat Katha
भगवान विष्णु ने कहा कि मंदिर के सामने एक स्त्री रोज आती है और यहां आकर उपले पाथती है, तुम बस अपने घर उन्हें आने का निमंत्रण देना। वह स्त्री ही देवी मां लक्ष्मी हैं। अगर वह स्त्री तुम्हारे घर आती है तो तुम्हारा घर धन-धान्य से भर जाएगा। इतना कहकर भगवान विष्णु अदृश्य हो गए। Mahalaxmi Vrat Katha Hindi Me hathi pooja katha
अगले दिन सुबह 4 बजे वह ग़रीब व्यक्ति मंदिर के सामने बैठ गया और जब धन की देवी मां लक्ष्मी उपले पाथने आईं तो उसने उन्हें अपने घर में आने का निवेदन किया।उस गरीब की बातों को सुनकर लक्ष्मी जी समझ गईं कि ये सब विष्णु जी का किया धराया है। माता लक्ष्मी ने कहा कि तुम 16 दिन तक महालक्ष्मी व्रत को विधि पूर्वक करों और रात-दिन चंद्रमा को अर्घ्य दो तो मैं तुम्हारे घर आऊंगी। Gaj Laxmi Vrat Katha
देवी के कहे अनुसार गरीब ने देवी का व्रत एवं पूजन किया और उत्तर की दिशा की ओर मुख करके लक्ष्मीजी को पुकारा। अपने वचन को पूरा करने के लिए धन की देवी प्रकट हुईं और उन्होंने गरीब व्यक्ति के हर कष्ट को दूर किया और उसके घर को सुख-संपत्ति से भर दिया।
Mahalaxmi Vrat Katha hathi pooja katha
ये भी पढ़ें- Karva Chauth 2021 Kab Hai:करवा चौथ की Date औऱ क्या है शुभ मुहूर्त जानें Karva Chauth Date 2021