Kaushalveer Scheme For Agniveer: अग्निवीर जवानों को रिटायरमेन्ट की अब चिंता नहीं ! रिटायर के बाद कुशल होकर निखरेंगे, जानिए क्या है ये स्कीम?
कौशलवीर योजना क्या है?
सेना के जवान और अग्निवीर जवानों (Agniveer Jawan) के लिए सेवानिवृत्त के बाद (After Retire) भी उन्हें कौशलवीर (Kaushalveer) बनाने की तैयारी सेना ने कर ली है. सीधी भाषा में कहें उन्हें कौशलवीर योजना के तहत प्रशिक्षण देकर रोजगार दिया जाएगा. सेना सूत्रों की माने तो जल्द ही कौशलवीर योजना (Kaushalveer Scheme) शुरू की जाएगी. सेना के जवान व अग्निवीर जवानों को 500 प्रकार के रोजगार के लिए योग्य बनाने के लिए यह पहल सेना करने जा रही है.
सेना की इस योजना से रिटायर के बाद भी लाभ
सेना के जवानों और अग्निवीर जवानों (Agniveer Soldier) को अब रिटायर (Retire) होने के बाद भी नौकरी के लिए कहीं नहीं भटकना पड़ेगा. सेना की इस योजना के द्वारा जवानों को प्रशिक्षण (Training) देकर रोजगार (Job) से लैस कराया जाएगा. आख़िर क्या है यह योजना और किस तरह से जवानों को यह मदद देगी इस बारे में नीचे जानिए.
क्या है यह कौशलवीर स्कीम?
सेना के जवान देश की सुरक्षा में लगे रहते हैं. इसके साथ ही अन्य प्रकार के तकनीकी कार्य भी करते हैं. इन सब बिंदुओं को देखते हुए सूत्रों की माने तो सेना कौशलवीर योजना (Kaushalveer Scheme) शुरू करने जा रही है. इसमें जो जवान और अग्निवीर जवान (Agniveer Soldier) रिटायर होंगे उन्हें सेवानिवृत्त से पहले ही उनके हिसाब से अतिरिक्त ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके लिए 500 प्रकार के कार्यो की पहचान करी गई है. जिससे उन्हें आगे रोजगार में मदद मिल सके. फिर रिटायर होते ही उन्हें रोजगार बाजार में उपलब्ध हो सके.
यह योजना एनसीएफ के अनुरूप करेगी कार्य
सेना सूत्रों की माने तो रिटायर होने वाले जवानों के लिए एक योजना की पहल करने जा रही है. जो इन जवानों को कुशल बनाएगा. सेना सूत्रों की माने तो यह योजना नई शिक्षा नीति और नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (Ncf) के अनुरूप कार्य करेगी. यही नहीं इसे कौशल विकास परिषद के द्वारा तैयार किया जा रहा है. इस योजना के जरिये सैनिकों व अग्निवीरो के कौशल (Skill) को पहचानकर उन्हें एनसीएफ से जोड़ा जाएगा. इसके लिए इन जवानों को आवश्यक प्रशिक्षण (Training) दिया जाएगा.
फिर राष्ट्रीय कौशल योग्यता स्तर पर 5.5 के मुताबिक सर्टिफिकेट (Certificate) जारी किए जाएंगे. जिससे सेना से रिटायर होने के बाद भी ये अन्य रोजगार के लिए सक्षम होंगे. इस योजना का लाभ सेना के जवानों और अग्निवीरो दोनों को होगा. लेकिन ज्यादा लाभ अग्निवीरो के लिए होगा क्योंकि अग्निवीर जवानों की उम्र अभी युवा है. फिर इस योजना को लेकर वह सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगे.
500 प्रकार के रोजगारपरक कौशल का प्रशिक्षण
सेना सूत्रों की माने तो जो कौशलवीर योजना (Kaushalveer Scheme) की रुपरेखा तैयार की जा रही है. इनमें से 500 प्रकार के कौशल (Skill) को चिन्हित किया गया है. मतलब इनमें से किसी एक कौशल से जवान को युक्त किया जाएगा. ट्रेनिंग के जरिये 500 प्रकार के कार्य शुरू किए जा सकते हैं. इसके लिए देश के अंदर 37 स्किल सेंटर काउंसिल से सम्बद्ध 100 ट्रेनिंग संस्थानों की सहायता ली जाएगी. इसके साथ ही इस योजना के लिए कौशल प्रमाण पत्र देने वाली 17 एजेंसियां और 40 एजेंसियां आकलन करेंगी.
रिटायर के बाद भी रोजगार के लिए नहीं भटकना होगा
अग्निवीर से सेवानिवृत्त (Agniveer Retirement) होने के बाद युवाओं को रोजगार के लिए दर- दर ना भटकना पडे़ इसके लिए कौशलवीर योजना को शुरु किया जायेगा. जिसके तहत सभी युवाओं को 500 किस्म के रोजगारपरक कौशलों का प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिससे ताकि युवा अपनी पसंद के क्षेत्र का चयन कर प्रशिक्षण ले सकते हैं. इससे उन्हें रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही करियर की एक दिशा भी तय रहेगी.