India Pakistan War News In Hindi: भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम पर बनी सहमति ! अमेरिका की मध्यस्थता से आया बड़ा कूटनीतिक मोड़
India vs Pakistan
भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को अमेरिका की मध्यस्थता में पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमति जताई. विदेश सचिव विक्रम मिसरी और डोनाल्ड ट्रंप दोनों ने इसकी पुष्टि की. लेकिन भारत ने अपनी शर्तों के साथ संघर्षविराम का कदम उठाया है.

India Pakistan War News In Hindi: भारत और पाकिस्तान के बीच से चले आ रहे तनाव के बीच शनिवार को एक ऐसा मोड़ आया, जब दोनों देशों ने पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमति जताई.
इस सहमति की घोषणा पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की, जिसके कुछ ही देर बाद भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भी इसकी पुष्टि की. इस घटनाक्रम को दक्षिण एशिया में शांति की दिशा में एक बड़ा और निर्णायक कदम माना जा रहा है.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी का बयान: शाम 5 बजे से बंद होगी फायरिंग
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार को एक संक्षिप्त मगर अहम प्रेस बयान जारी करते हुए बताया कि भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ़ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) के बीच दोपहर 3:35 बजे एक फोन पर बातचीत हुई.
इस बातचीत के दौरान दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे से ज़मीन, हवा और समुद्र—तीनों मोर्चों पर सभी प्रकार की फायरिंग और सैन्य कार्रवाई बंद कर दी जाएगी.
उन्होंने कहा, “दोनों पक्षों को संघर्षविराम के इस निर्णय के मुताबिक कदम उठाने के निर्देश दे दिए गए हैं. साथ ही यह भी तय हुआ है कि भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से इस समझौते की समीक्षा के लिए बातचीत करेंगे.”
ट्रंप की घोषणा: अमेरिका की मध्यस्थता में हुई बातचीत का नतीजा
इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'ट्रुथ सोशल' पर एक पोस्ट में लिखा, “भारत और पाकिस्तान ने अमेरिका की मध्यस्थता में हुई लंबी बातचीत के बाद पूर्ण और तत्काल सीज़फ़ायर पर सहमति जताई है.
यह दक्षिण एशिया में स्थायी शांति स्थापित करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है.” ट्रंप के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी, और इसके कुछ ही समय बाद भारत की ओर से भी आधिकारिक पुष्टि आई.
अमेरिकी विदेश मंत्री की भी पुष्टि: व्यापक बातचीत पर भी बनी सहमति
संघर्षविराम के साथ-साथ एक और बड़ी बात यह सामने आई है कि दोनों देशों ने व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने पर भी सहमति जताई है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भी इस पर एक पोस्ट करते हुए कहा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान संघर्षविराम के साथ-साथ एक निष्पक्ष स्थान पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत करने के लिए भी राज़ी हो गए हैं.”
कूटनीतिक समीकरणों में बदलाव की शुरुआत?
यह संघर्षविराम सहमति केवल सीमा पर गोलाबारी रुकने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संकेत भी देती है कि दोनों देश अपने द्विपक्षीय संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत करना चाहते हैं. अमेरिकी मध्यस्थता में हुई इस बातचीत से यह भी स्पष्ट होता है कि वाशिंगटन अब दक्षिण एशिया में शांति बहाली को लेकर गंभीर पहल कर रहा है.
नज़रें अब 12 मई की बैठक पर
अब सबकी निगाहें 12 मई को होने वाली डीजीएमओ बैठक पर टिकी हैं, जिसमें संघर्षविराम के पालन की समीक्षा की जाएगी और आगे की दिशा तय की जाएगी. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह पहल केवल एक अस्थायी समाधान बनकर रह जाती है या फिर यह लंबे समय तक टिकने वाला शांति समझौता साबित होगी.