
G-20 Summit 2023: G 20 सम्मेलन में भारत ने रच दिया इतिहास ! New Delhi घोषणा पत्र के प्रस्ताव में सभी देशों ने दी स्वीकृति, कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर हुआ एलान
जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन भारत ने अपनी धाक जमाते हुए इतिहास रच दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरे सत्र के दौरान नई दिल्ली घोषणा पत्र जारी करने का प्रस्ताव किया जिसपर सभी देशों ने सर्वसम्मति से सहमति दी है. इस घोषणा पत्र पर 83 बिन्दुओ पर सहमति बनी. जिसमें अफ्रीकी यूनियन भी अब जी-20 का नया सदस्य होगा. वहीं भारत अमेरिका व सऊदी अरब के साथ मिलकर भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप रेल कॉरिडोर परियोजना का एलान किया है.

हाईलाइट्स
- कूटनीतिक मंच पर भारत को मिली ऐतिहसिक जीत, जी-20 सम्मेलन में नई दिल्ली घोषणा पत्र पर सभी देशों ने दी
- घोषणा पत्र में यूक्रेन युद्ध नहीं बल्कि स्थायी शांति का किया गया जिक्र, 83 पैराग्राफ पर बनी सहमति
- भारत से पश्चिम एशिया होकर यूरोप तक रेलवे लाइन का एलान
On the first day of the G20 conference : भारत के इतिहास के लिए जी-20 का पहला दिन ऐतिहासिक रहा. नई दिल्ली घोषणा पत्र के समस्त बिंदुओं पर सर्वसम्मति बनने के साथ कई अहम बिन्दुओ पर चर्चा की गई. जिसपर आये हुए देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने प्रसन्नता जताई. पहले दिन के सम्मेलन में क्या मुख्य घोषणाएं और चर्चाएं रही आपको विस्तार से बताते हैं.
नईदिल्ली घोषणा पत्र पर सभी देशों ने दी स्वीकृति
देश की राजधानी नई दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में जी-20 का सम्मेलन चल रहा है. पहले दिन ही भारत ने इतिहास रच दिया है. इस सम्मेलन की अध्यक्षता भारत कर रहा है. इसमें 19 देश और आमंत्रित किये गए 9 देश व 14 वैश्विक संगठनों के प्रमुख शामिल हुए. प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली घोषणा पत्र जारी करने का प्रस्ताव किया. जिसपर सभी देशों ने अपनी स्वीकृति दे दी है. इस घोषणा पत्र में युक्रेन युद्ध का जिक्र तो नहीं है, लेकिन वहाँ स्थायी शांति स्थापित की बात की गई है.
रूस राष्ट्रपति से कही बात को दोहराया
पीएम की वही बात दोहराई गयी,जो उन्होंने रुस राष्ट्रपति पुतिन से कही थी, कि ये युद्ध का काल नहीं है. इस घोषणा पत्र में यह भी कहा गया कि कोई भी देश अपने ताकत के बल पर किसी दूसरे देश के हिस्से पर कब्जा ना करें, ना ही परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर धमकी दे. भारत ने जो प्रस्ताव रखे लगभग सबमें सहमति बनी. जिसे घोषणा पत्र में शामिल किया गया है.
अफ्रीकी यूनियन जी-20 का नया सदस्य,पश्चिम एशिया से यूरोप तक रेल लाइन का एलान
प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीकी यूनियन को जी 20 का नया सदस्य का प्रस्ताव रखा. जिसपर सर्वसम्मति से स्वीकृति मिल गयी. इस घोषणा पत्र में एक और ऐलान किया गया भारत से पश्चिम एशिया होकर यूरोप तक रेल लाइन बिछाई जाएगी. जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति बाईडेन और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान व कुछ अन्य नेताओं के साथ मिलकर इस रेल कॉरिडोर परियोजना का ऐलान किया है. शाम के सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका, बांग्लादेश ,ब्राजील ,यूएई और इटली के राष्ट्रपतियों के साथ मिलकर ग्लोबल बायो फ्यूल्स एलाइंस की बात रखी जिस पर घोषणा हुई.
प्रधानमंत्री ने जी 20 में आये सभी सदस्यों का जताया आभार
G20 के सभी देशों ने भारत के चंद्रायन-3 मिशन को लेकर बधाई दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली घोषणा पत्र पर बनी सर्व सम्मति को लेकर कहा कि सर्वसम्मति के साथ एकजुट होकर बेहतर, अधिक समृद्ध और सामंजसपूर्ण भविष्य के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करने का संकल्प लेते हैं. मोदी जी ने जी-20 के सभी आये हुए सदस्यों को और उनके समर्थन और सहयोग के लिए आभार जताया.
83 बिन्दुओ पर बनी सहमति
जी-20 में भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि नई दिल्ली घोषणा पत्र में 83 पैराग्राफ में सभी में सर्व समिति से सहमति बन गई है. इस घोषणा पत्र में कूटनीति ही नहीं, सामाजिक, आर्थिक, विकास, हरित ऊर्जा प्रारंभ पर एक ऊर्जा स्रोतों से लेकर विश्व खाद्य संकट और वैश्विक आर्थिक संस्थानों के संचालन फ्रेमवर्क समेत नई दिल्ली घोषणा पत्र भारत का नॉरेटिव स्वीकार किया गया है.
