Bipin Rawat Biography In Hindi: देश के पहले सीडीएस रहे जनरल बिपिन रावत जिनकी विमान हादसे में हुई है मौत जानें उनके बारे में सब कुछ
देश के पहले सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की बुधवार को एक विमान हादसे में मौत हो गई.मरने वालों में बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं. आइए जानते हैं बिपिन रावत के बारे में.. bipin Rawat Biography In Hindi
Bipin Rawat Full Biography In Hindi: बुधवार का दिन देश के लिए झकझोरने वाला रहा. एक विमान क्रैश हादसे में चीफ़ ऑफ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित भारतीय सेना से जुड़े कुल 13 लोगों की मौत हो गई. इस घटना की ख़बर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है. भारत सरकार ने घटना की उच्च स्तरीय जाँच के आदेश दिए हैं. बता दें कि यह विमान हादसा तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुआ है. Bipin Rawat Death News Updates
कौन हैं बिपिन रावत..
जनरल बिपिन रावत को 1 जनवरी 2020 को देश का पहला CDS बनाया गया था.
प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में लाल किले के प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तीनों सेनाओं के अध्यक्ष के रूप में एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) पोस्ट बनाने का एलान किया था. इससे पहले देश में CDS जैसा कोई पोस्ट नहीं था. Bipin Rawat Biography In Hindi
सीडीएस बनने के पहले 1 सितंबर 2016 को बिपिन रावत भारतीय थल सेना में उप-प्रमुख बनाया गया. जिसके बाद सरकार ने देश का 27वां आर्मी चीफ (थल सेना प्रमुख ) बनाया था. Vipin Rawat Biography In Hindi
सीडीएस बिपिन रावत को कई सारे मेडल से सम्मानित किया गया था, जिसमें परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ठ सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल आदि शामिल हैं.Bipin Rawat Biography Hindi
पिता भी सेना में थे अफ़सर..
जनरल रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी ज़िले में एक सैन्य परिवार में हुआ था. उनके पिता सेना में लेफ़्टिनेंट जनरल थे.
जानकारी के अनुसार जनरल रावत 1978 में सेना में शामिल हुए थे.शिमला के सेंट एडवर्ड्स स्कूल से पढ़ाई के बाद उन्होंने खड़कवासला के नेशनल डिफ़ेंस एकेडमी में सैन्य प्रशिक्षण लिया था.Bipin Rawat Hindi Biography
देहरादून की इंडियन मिलिट्री एकेडमी से ट्रेनिंग के बाद वे 11वीं गोरखा राइफ़ल्स टुकड़ी की पाँचवीं बटालियन में सेकंड लेफ़्टिनेंट बनाए गए. गोरखा ब्रिगेड से सेना के सर्वोच्च पद पर पहुँचने वाले वो चौथे अफ़सर थे. Bipin Rawat Jivan Parichay