फ़तेहपुर:बाँके बिहारी प्रकरण:लोगों की आस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं..प्रशासन की भूमिका पर भी विधायक ने उठाए सवाल.!
फ़तेहपुर की भाजपा जिलाध्यक्ष (महिला मोर्चा)गायत्री सिंह के बाद सदर विधायक विक्रम सिंह ने भी बाँके बिहारी मंदिर में जीर्णोद्धार के नाम पर हो रहे घोटाले पर आवाज़ उठाई है..युगान्तर प्रवाह से ख़ास बातचीत के दौरान उन्होंने कुछ ऐसे सबूतों की बात कहीं है जिन्हें सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे..पढ़े एक्सक्लूसिव रिपोर्ट...
फ़तेहपुर:बॉलीवुड की सन 1967 में बनी फ़िल्म उपकार के उस गीत को जिसको मन्ना डे ने कभी गाया था। जिसको सुनकर आज भी लोगों के रोंगटे खड़े जाते है। 'कसमें वादे प्यार वफ़ा सब..देतें हैं भगवान को धोख़ा इंसा को कब छोड़ेंगे' चरितार्थ होता दिखाई दे रहा है।भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों की तृष्णा भगवान के मंदिर को भी नहीं छोड़ रही है।
मामला जिले के सिद्ध मंदिर बाँके बिहारी का है जिसके जीर्णोद्धार को लेकर कथित तौर पर हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर खुद सत्तासीन दल भाजपा ने आवाज़ उठाई है। जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा गायत्री सिंह के बाद सदर विधायक विक्रम सिंह ने भी युगान्तर प्रवाह से ख़ास बातचीत करते हुए कहा है कि लोगों की आस्था का केंद्र बाँके बिहारी और अयोध्या कुटी के जीर्णोद्धार की पहल सबसे पहले उनके द्वारा ही की गई थी।सबके सहयोग से इस मंदिर का निर्माण कार्य हो रहा है यदि कोई भी व्यक्ति अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए मंदिर की संपत्ति का उपभोग करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।
सबूतों के आधार पर लगे आरोप..
सदर विधायक ने कहा कि इस मामले की शिकायत मुझे मिली है कि मंदिर की सामग्री का उपयोग कोई व्यक्ति अपने निजी स्वार्थ के लिए कर रहा है जिसके कई वीडियो मुझे मिले हैं जिसमें साफ तौर पर यह दिखाई दे रहा है कि मंदिर के लिए दान में आई मौरंग,सीमेंट,ईंट और अन्य सामाग्री को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा रहा है। जिसकी जांच जल्द से जल्द कराई जाएगी।
प्रशासन की भूमिका पर भी उठे सवाल...
बाँके बिहारी मंदिर के जीर्णोद्धार के काम को लेकर विक्रम सिंह ने जिला प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाए।उन्होंने कहा कि सारा काम प्रशासन के माध्यम से ही हो रहा है था यदि इस प्रकार का घोटाला किया गया है तो कहीं न कहीं प्रशासन की भी इच्छा रही होगी तभी दान की सामाग्री को वहां से ले जाकर बेंचा गया है।