Kaushambi Crime In Hindi: शातिर चोर खाकी वर्दी चुराकर बना फर्जी कॉन्स्टेबल ! असली पुलिस को देख छूटा पसीना, फिर हुआ ये
कौशांबी न्यूज़ इन हिंदी
यूपी (Up) के कौशांबी (Kaushambi) जिले से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल एक सिपाही (Constable) के कमरे से एक चोर (Thief) उसकी वर्दी चुरा (Stolen Uniform) ले गया. यही नहीं शातिर वर्दी पहनकर रौब झाड़ता हुआ घूम रहा था लेकिन जब लोगों को उसके हाव-भाव (Body Language) पर शक हुआ तो उसकी सूचना पुलिस को दी गई पुलिस को देख फर्जी सिपाही (Fake Constable) के होश उड़ गए और पकड़ा गया.
कौशाम्बी में शातिर बन गया फर्जी सिपाही
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कौशांबी (Kaushambi) जिले से एक चोर ने चोरी की ऐसी घटना को अंजाम दिया है जिसे सुनकर आप सभी हैरान और परेशान रह जाएंगे. दरअसल यह शातिर एक सिपाही के घर (Constable House) चोरी करने पहुंच गया जहां से उसने पुलिस की वर्दी ही चुरा ली (Stolen Uniform) वर्दी चुरा कर वह उसे पहनकर चौराहों पर वाहन स्वामियों को रोककर उन्हें ट्रैफिक नियमों का हवाला देते हुए उनसे अवैध वसूली करनी शुरू कर दी. हालांकि जब लोगों ने इस फर्जी सिपाही की सूचना पुलिस को दी तो पुलिस ने उसे रंग हाथों (Red Handed) गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है लेकिन यह अनोखा मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक कौशांबी जिले में निलेश कुमार नाम का कांस्टेबल डायल 112 में तैनात है वह मूरतगंज इलाके में एक किराए के मकान में रहता है बीती 30 मार्च के दिन जब वह अपनी ड्यूटी खत्म कर अपने कमरे में पहुंचा. कुछ देर बाद यूनिफॉर्म चेंज कर लोवर और टीशर्ट पहनकर वह घर के बाहर चला गया लेकिन जब वह वापस लौटा तो कमरे में उसकी वर्दी के साथ-साथ जूते, बेल्ट और नेम प्लेट भी गायब थे.
कमरे का नजारा देख उसके होश उड़ गए थे क्योंकि चोर ने पूरे घर को उथल-पुथल कर दिया था काफी खोजबीन के बाद भी उसे जब वर्दी नहीं मिली तो उसने इस घटना की जानकारी थाने में देते हुए चोरी का मुकदमा लिखवा दिया यह मामला बेहद गंभीर था इसलिए पुलिस तुरंत ही शातिर चोर की तलाश में जुट गई और 24 घंटे के अंदर ही उस चोर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
वर्दी पहन कर रौब झाड़ने लगा
शातिर चोर वर्दी को चुराने के बाद अगले दिन ही उसे पहनकर लोगों के बीच रौब झाड़ता हुआ घूम रहा था यही नहीं आने जाने वाले राहगीरों को भी परेशान करने के साथ-साथ वाहन स्वामियों को ट्रैफिक नियमों का हवाला देते हुए उनसे अवैध वसूली कर रहा था लेकिन कुछ लोगों को उसके बात करने का तरीके और बॉडी लैंग्वेज पर शक हुआ जिसके बाद इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई. हालांकि पुलिस को पहले से ही जानकारी थी कि एक सिपाही की वर्दी चोरी हो गई है.
ऐसे में लोगों द्वारा की गई शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ही पुलिस उनके बताए हुए स्थान पर पहुंची लेकिन असली पुलिस को अपनी तरफ आता देख नकली सिपाही भागने लगा जिसे दौड़कर पुलिस ने रोक लिया वही जब उससे पूछताछ की गई तो, उसने अपना नाम वीरेंद्र कुमार सरोज बताया जो सौराई थाना कड़ा धाम का रहने वाला है इस दौरान उसने बताया कि मैं लोगों का काम करना चाहता था इसलिए मेरे मन में आया कि मैं पुलिस की वर्दी चोरी कर सबकी देखभाल करूं हालांकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है.