Kanpur UPSC Topper : पिता का साया छिन जाने के बाद मां ने दी प्रेरणा, ऐसे बने चैतन्य आईएएस
पिता का साथ छूट जाने के बाद मां की प्रेरणा के चलते कानपुर के चैतन्य अवस्थी ने यूपीएससी परीक्षा में 37 वां स्थान प्राप्त कर शहर और अपने स्वर्गीय पिता व माता का मान बढ़ाया
हाईलाइट्स
- कानपुर के चैतन्य अवस्थी बने आईएएस ,ऑल इंडिया रैंक 37
- कानपुर और मूल रूप से औरैया के है रहने वाले
- दिवंगत पत्रकार पिता के पुत्र है चैतन्य अवस्थी,माँ ने नही दिया था टूटने
Chaitanya Awasthi of Kanpur ranks 37th in UPSC : कानपुर के चैतन्य अवस्थी मूल रूप से औरैया बिधूना के रहने वाले है पिता संत शरण अवस्थी जाने माने पत्रकार थे वे प्रतिष्ठित अखबार से सम्पादक के पद पर सेवानिवृत्त हुए थे,कोरोना काल मे उनका देहांत होने के बाद परिवार टूट गया था लेकिन चैतन्य की माँ प्रतिमा अवस्थी ने अपने बच्चों को टूटने नहीं दिया और इसी का नतीजा है बच्चो ने मां से मिली प्रेरणा के चलते इस मुकाम तक पहुंचे है. जहां चैतन्य ने यूपीएससी पहली बार मे ही क्रैक कर लिया और आईएएस बनकर अपने स्वर्गीय पिता के उस सपने को पूरा कर दिखाया. चैतन्य की इस उपलब्धि पर बधाइयों का तांता कल से ही लगा हुआ है.
पहली बार में ही यूपीएससी परीक्षा कर ली पास
चैतन्य अवस्थी जिन्होंने पहली बार ही यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 37 वां स्थान पाकर शहर का मॉन बढ़ाया है, उनकी इस उपलब्धि पर सभी खुश है लेकिन पिता की गैर मौजूदगी से आंखों में नमी है क्योंकि इस दिन को देखने के लिए चैतन्य के पिता नहीं है, जिन्होंने हमेशा चेतन्य का हौसला बढ़ाया, चैतन्य ने बताया कि माता-पिता के त्याग के चलते उन्होंने ये सफलता हासिल की है.
चेतन्य ने कोलकाता में नेशनल लॉ कॉलेज से बीए-एलएलबी की पढ़ाई की फिर उन्होंने एक साल दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी की 2022 में यूपीएससी पहली बार दिया जिसमें सफलता मिली. अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया क्योंकि ये बुनियाद उन्ही की बदौलत सम्भव हो सकी है पढ़ाई के लिए 10 से 11 महीने आत्मविश्वास के साथ पढ़ाई की जिसपर मेरी मां ने मुझे हमेशा प्रोत्साहन दिया, चैतन्य की दो बहनों ने भी पूरा सपोर्ट किया ,चैतन्य ने बताया कि पिता का साया हट जाने के बाद कई चुनौतियां आयी लेकिन इन चुनौतियों को माँ ने कभी हावी नहीं होने दिया इसलिए सबके जीवन मे एक ऐसा इंसान को जरूर ढूंढे जिससे आप प्रेरणा लेकर आगे बढ़ सके.