Fatehpur UP News: बेटे औऱ बहू ने कहा यहाँ तुम्हारा कुछ नहीं मां ने लगा दी उफनाती यमुना में पुल से छलांग लेकिन ईश्वर को कुछ औऱ मंजूर था
अपने बेटे औऱ बहू द्वारा प्रताड़ित की जा रही एक वृद्धा सोमवार को जिंदगी से परेशान हो उफनाती यमुना में पुल से कूद गई, लेकिन ईश्वर को कुछ औऱ ही मंजूर था वो कहतें हैं न- "फ़ानूस बन कर जिसकी हिफ़ाज़त हवा करे। वो शमा क्या बुझे, रौशन जिसे ख़ुदा करे"। Fatehpur Up News Old lady jumped datauli yamuna bridge
Fatehpur News: किसी शायर ने लिखा है कि-"जिन्दगी पूरी दूसरों की परवरिश में गंवा ली
हैरान हूँ खुद के लिए कैसा जालिम रहा हूँ मैं"। ये पंक्तियां माँ से ज़्यादा शायद किसी औऱ के लिए सटीक नहीं बैठती। वह माँ जो अपनी संतान को पाल पोष कर बड़ा करती है जब वही उसके बुढ़ापे में उसकी सेवा करना तो दूर उल्टा प्रताड़ित करने लगे तो समझ जाइए कि हमारा समाज किस हद तक गिर गया है।ऐसा ही एक मामला यूपी के फतेहपुर ज़िले में हुआ है जहाँ अपने बेटे औऱ बहू की दुत्कार से परेशान हुई वृद्ध माँ के सामने अपनी जिंदगी को समाप्त कर लेने के सिवा दूसरा रास्ता न सूझा।औऱ उसने भयंकर बाढ़ में चल रही यमुना में छलांग लगा दी।लेकिन यमुना किनारे मौजूद नाविकों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए वृद्धा को उफनाती यमुना से जिंदा बाहर निकाल लिया जो किसी चमत्कार से कम नहीं था।Fatehpur Latest News Fatehpur UP News
जानकारी के अनुसार ललौली थाना क्षेत्र के यमुना नदी पर बने दतौली पुल (बेंदा घाट) पर सोमवार सुबह क़रीब 11 बजे एक 65 साल की वृद्ध महिला पुल के ऊपर पहुँचती है।उस दौरान पुल में बाढ़ का नज़ारा देखने के लिए 40 से ज़्यादा औऱ भी स्थानीय लोग मौजूद थे।
जब तक कोई कुछ समझ पाता वृद्धा ने अपनी चप्पल उतारी, एक छोटा सा पर्स निकाल कर बाहर रखा औऱ बीच धारा में कूद गई।महिला को कूदता देख वहां मौजूद लोग शोर मचाने लगे। तभी यमुना किनारे रहने वाले नाविक ने महिला को बचाने के लिए नाव लेकर निकल पड़े औऱ बिना अपनी जान की परवाह किए डूब रही वृद्धा को धारा में क़रीब 700 मीटर आगे जाकर पकड़ लिया औऱ नाव से वापस किनारे जिंदा बचाकर ले आए।तब तक सूचना पर स्थानीय पुलिस भी मौक़े पर पहुँच गई।old lady jumped from the benda ghat bridge into the yamuna sailors saved her in fatehpur
वृद्धा ने बताया कि वह गाजीपुर क़स्बे के सोनारन गली की रहने वाली शांति देवी है। उसके पति मुन्नू की मौत क़रीब 25 साल पहले हो गई थी। घर में इकलौता बेटा जितेंद्र औऱ बहू है। लेकिन दोनों ही उन्हें प्रताड़ित करते हैं। न तो भोजन देते हैं औऱ न ही घर में रहने देते हैं कहतें हैं घर से निकल जाओ यहां तुम्हारा कुछ नहीं है।इसी से तंग आकर हम मरने आए हैं।अपनी बात बताते बताते वृद्धा बुरी तरह रोने लगती है औऱ फिर बेहोश हो जाती है। मौजूद पुलिस ने वृद्धा को एम्बुलेंस से अस्पताल भेजवा दिया था।हालांकि उसकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।