Pt.Rajiv Lochan Mishra: जब संस्कृत के श्लोक सुन मंत्रमुग्ध हो गए थे प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू।
फ़तेहपुर के प्रकाण्ड विद्वान भगवताचार्य ज्योतिषाचार्य पं0 राजीव लोचन मिश्रा(Pt.Rajiv Lochan Mishra)का निधन हो गया वो लगभग 101 वर्ष के थे।उनके ज्ञान से प्रवाहित होकर पं0 मदनमोहन मालवीय ने उनसे कई बार अनुष्ठान कार्य करवाया था। पढ़ें युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट(Fatehpur News Today)

Fatehpur News Today: फ़तेहपुर के रहने वालों प्रकाण्ड विद्वानों की अगर चर्चा होगी तो उसमें पं0 राजीव लोचन मिश्रा(Pt.Rajiv Lochan Mishra)का नाम शामिल होना लाज़मी है। शनिवार को उनका निधन हो गया वो लगभग 101 वर्ष के थे।जिले के धाता ब्लाक के ग्राम भदियापुर(Bhadiyapur Fatehpur)के रहने वाले राजीव लोचन के पिता शिवशंकर दत्त मिश्रा(Shivshankar Datt Mishra)भी ज्योतिषाचार्य के साथ-साथ आयुर्वेदाचार्य भी थे।जिनके सानिध्य और निर्देशन में रहते हुए उन्होंने संस्कृत के ज्ञान से अपना सृजन किया।(Fatehpur News Today)
पं0 राजीव लोचन मिश्रा(Pt.Rajiv Lochan Mishra)की शिक्षा वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से हुई थी।उनके पुत्र रमेश मिश्रा बताते हैं कि उनके पिता स्वामी करपात्री(Swami Karpatri)के गुरु भाई थे।उन्होंने भागवत(Bhagwat)की शिक्षा दीक्षा प्रकाण्ड विद्वान नारायण दत्त भगवती(Narayan Datt Bhagwati)से ग्रहण की थी।वेदों के प्रति उनके लगाव ने उन्हें वेदाचार्य और ज्योतिष के प्रति लगाव ने उन्हें ज्योतिषाचार्य बना दिया।उन्होंने बताया कि पं0 मदनमोहन मालवीय(Pt.Madan Mohan Malviya)ने उन्हें कई बार अपने यहां अनुष्ठान के लिए आमंत्रित किया था। (Fatehpur News Today)
मृदुभाषी और सरल स्वभाव के पं0 राजीव के विषय में एक संस्मरण बताते हुए उनके बेटे रमेश मिश्रा ने कहा कि एक बार प्रयागराज में देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का कार्यक्रम था जिसमें उनके पिता ने संस्कृत के श्लोकों और भाषण से उनका स्वागत अभिनन्दन किया जिससे पं0 जवाहरलाल नेहरू(JawaharLaL Nehru) काफी प्रभावित हुए थे।(Fatehpur News Today)